Rajya Sabha Election: यूपी में राज्यसभा की 10 सीट पर होने वाले चुनाव में बीजेपी के 8 तो वहीं सपा के 2 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है. राज्यसभा चुनाव के नतीजों के बाद दो नाम सबसे ज्यादा चर्चे में रहा. पहला सपा उम्मीदवार जिन्हें हार का सामना करना पड़ा और दूसरी बीजेपी के 8वें उम्मीदवार संजय सेठ जिन्होंने जीत दर्ज की. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें को संजय सेठ के समर्थन में सपा के करीब 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी.
बीजेपी के 8वें उम्मीदवार संजय सेठ की जीत के पीछे राम लला एक निर्णायक कारक के रूप में उभरे हैं. दरअसल, सेठ की जीत सुनिश्चित करने के लिए सपा के इन विधायकों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर वोट दिया. बता दें कि सेठ को समर्थन करने वाले से वही विधायक हैं जिन्होंने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का खुलकर समर्थन किया था. बीजेपी नेता ने कहा कि ये सभी विधायक राम मंदिर के मुद्दे पर पार्टी की चुप्पी के बावजूद भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का पुरजोर समर्थन किया था.
बीजेपी के 8वें राज्यसभा उम्मीदवार संजय सेठ की जीत के पीछे सपा के 7 विधायकों का हाथ बताया जा रहा है. जानकारी के अनुसार सपा के इन 7 विधायकों की पहचान करने में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मंत्री सुरेश खन्ना, जेपीएस राठौर के साथ साथ कई लोगों का अहम योगदान था.
यूपी में राज्यसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद सपा नेता अभय सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि मतदान पारदर्शी तरीके से हुआ है. हमने अपनी इच्छा से मतदान किया है. उन्होंने आगे लिखा कि राम मंदिर खुलने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सभी विधायकों को दर्शन के लिए आमंत्रित किया, लेकिन सपा ने अपने विधायकों को रोक दिया. यह सही नहीं था.
जनसत्ता दल के संस्थापक और विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने भी इस काम में अपनी अहम भूमिका निभाई थी. जानकारी के अनुसार राजा भैया से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का समर्थन करने वाले नेताओं से संपर्क करने के साथ-साथ बीजेपी के प्रति उनकी निष्ठा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई है