Gurugram Bike Accident: गुरुग्राम के गोल्फ कोर्स रोड पर भीषण बाइक हादसा, IIT ग्रेजुएट की मौत, दो हिस्सों में कटा शव

मृतक की पहचान रितुज बेनीवाल के रूप में हुई है जो सेक्टर 43 के सुशांत लोक 1 का रहने वाला था. उसने आईआईटी कानपुर से बीटेक और एमटेक किया था और अब गुरुग्राम स्थित लॉजिक फ्रूट टेक्नोलॉजीज कंपनी में पिछले तीन साल से काम कर रहा था.

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Gurugram Road Accident: शुक्रवार सुबह गुरुग्राम के गोल्फ कोर्स रोड पर हुए एक सड़क हादसे में एक 27 वर्षीय शख्स की मौत हो गई. मामले से वाकिफ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शख्स सुपरवाइक चला रहा था अचानक उसने अपनी बाइक से नियंत्रण खो दिया और उसकी बाइक डिवाइडर और एक बिजली के खंभे से टकरा गई.

एक्सीडेंट के बाद आधा कट गया शरीर

मृतक की पहचान रितुज बेनीवाल के रूप में हुई है जो सेक्टर 43 के सुशांत लोक 1 का रहने वाला था. मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने कहा कि रितुज सुबक करीब 6.10 बजे अपनी काले रंग की कावासाकी निंजा  ZX-10 पर सवार होकर कहीं जा रहा था अचानक से उसने अपनी बाइक से अपना नियंत्रण खो दिया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह टक्कर इतनी भयानक थी कि रितुज का शरीर आधा कट गया और उसकी बाइक पूरी तरह टूट गई.

130 से 140 किमी प्रति घंटा थी बाइक की रफ्तार 

पुलिस ने बताया कि बाइक की हालत और मृतक के शव को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह 130 से 140 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से बाइक चला रहा होगा.

IIT कानपुर से बीटेक-एमटेक था रितुज

हादसे की जानकारी देते हुए जांच अधिकारियों ने कहा कि बेनीवाल जयपुर का रहने वाला था और उसने आईआईटी कानपुर से बीटेक और एमटेक किया था और अब गुरुग्राम स्थित लॉजिक फ्रूट टेक्नोलॉजीज कंपनी में पिछले तीन साल से काम कर रहा था. उन्होंने कहाकि वह सुशांत लोक 1 में अपने एक दोस्त शांतनम शर्मा के साथ एक किराए के फ्लैट में रह रहा था. वह छुट्टी पर मौज मस्ती करने के लिए अपनी बाइक से निकला था.

हादसे की जगह से 20-30 मीटर दूर मिला शव

पुलिस ने कहा कि गुड फ्राइडे को वह पूरी सुरक्षा हेलमेट और दस्ताने पहनकर अपनी बाइक पर निकला था. तभी गोल्फ कोर्स रोड पर उसका भयानक एक्सीडेंट हो गया जिसमें उसकी मौत हो गई. पुलिस ने यह भी बताया कि मृतक के शरीर का निचला हिस्सा हादसे की जगह से 20-30 मीटर दूरी पर मिला.

हादसे को लेकर किसी साजिश का संदेह नहीं- पुलिस

पुलिस उपायुक्त  (पूर्व) मयंक गुप्ता ने कहा कि डिवाइडर और बिजली के खंभे के ऊपर  मेटल के तारों की फेंसिंग थी, मयंक का शरीर उन तारों में फंस गया जिससे उसकी तुरंत मौत हो गई. उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि उसकी मोटरसाइकिल को किसी अन्य वाहन ने टक्कर नहीं मारी. पुलिस ने यह भी कहा कि बेनीवाल के परिवार को इस हादसे में किसी भी साजिश का संदेह नहीं है और कोई भी FIR दर्ज नहीं की गई है.