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बौध धर्म गुरु दलाई लामा को मिली Z कैटेगरी की सुरक्षा, जानिए किन लोगों को दी जाती है ये सिक्योरिटी

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी कि 89 वर्षीय दलाई लामा की सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की वीआईपी सुरक्षा शाखा को सौंपा गया है. यह सुरक्षा व्यवस्था खासतौर पर उच्च स्तरीय हस्तियों के लिए होती है, और दलाई लामा को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलने से उनकी सुरक्षा में और भी मजबूती आएगी. भारत में, सुरक्षा का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, खासकर उन व्यक्तियों के लिए जिनकी जान को खतरा हो.

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Edited By: Reepu Kumari
Baidha religious guru Dalai Lama got Z category security
Courtesy: Pinterest

केंद्र सरकार ने तिब्बती धार्मिक नेता दलाई लामा को उनकी सुरक्षा को लेकर बढ़ते खतरे के मद्देनजर जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है. इस निर्णय से यह स्पष्ट होता है कि दलाई लामा के खिलाफ संभावित सुरक्षा खतरों को देखते हुए सरकार ने इस कदम को उठाया है. 

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी कि 89 वर्षीय दलाई लामा की सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की वीआईपी सुरक्षा शाखा को सौंपा गया है. यह सुरक्षा व्यवस्था खासतौर पर उच्च स्तरीय हस्तियों के लिए होती है, और दलाई लामा को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलने से उनकी सुरक्षा में और भी मजबूती आएगी. भारत में, सुरक्षा का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, खासकर उन व्यक्तियों के लिए जिनकी जान को खतरा हो.

ऐसे मामलों में, ज़ेड (Z) कैटेगरी की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण पहलू बन कर उभरती है. लेकिन, सवाल यह है कि Z कैटेगरी की सुरक्षा क्या होती है? आइए, इस पर विस्तार से चर्चा करते हैं.

केंद्र सरकार की भूमिका और सुरक्षा बढ़ाने के कदम

सूत्रों ने बताया कि इस सुरक्षा व्यवस्था का उद्देश्य दलाई लामा को किसी भी संभावित खतरे से बचाना है. इस तरह की सुरक्षा व्यवस्था में कई पुलिसकर्मी और सुरक्षा एजेंसियों की टीम शामिल होती है, जो किसी भी अप्रत्याशित घटना से निपटने के लिए तैयार रहती है.

CRPF की VIP सुरक्षा शाखा का महत्वपूर्ण योगदान

सीआरपीएफ की वीआईपी सुरक्षा शाखा, जो देशभर में प्रमुख नेताओं और हस्तियों की सुरक्षा का जिम्मा उठाती है, अब दलाई लामा की सुरक्षा के लिए विशेष उपाय करेगी. यह शाखा उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 24 घंटे निगरानी और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती करेगी, ताकि कोई भी अप्रत्याशित स्थिति उत्पन्न न हो.

दलाई लामा का सुरक्षा खतरा और सरकार का तत्परता

तिब्बती आध्यात्मिक नेता के खिलाफ सुरक्षा खतरों की बढ़ती संभावना के कारण केंद्र सरकार ने समय रहते यह निर्णय लिया है. दलाई लामा की सुरक्षा को लेकर सरकार का यह कदम उनके व्यक्तिगत सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, और यह दर्शाता है कि सरकार किसी भी प्रकार के खतरे से निपटने के लिए तैयार है.

Z कैटेगरी सुरक्षा के बारे में

Z कैटेगरी सुरक्षा, भारत सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली उच्चतम स्तर की सुरक्षा में से एक है. यह सुरक्षा उन व्यक्तियों को दी जाती है, जिनकी जान को गंभीर खतरा होता है. इस सुरक्षा के तहत, व्यक्ति को कम से कम 22 सशस्त्र सुरक्षा गार्ड मिलते हैं, जिनमें से कुछ खासतौर पर उच्च प्रशिक्षित होते हैं. इसके अलावा, इन गार्ड्स के पास अत्याधुनिक हथियार और सुरक्षा उपकरण होते हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति का मुकाबला किया जा सके.

Z कैटेगरी सुरक्षा का उद्देश्य

Z कैटेगरी सुरक्षा का मुख्य उद्देश्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों को किसी भी प्रकार की शारीरिक या मानसिक चोट से बचाना है. यह सुरक्षा उन लोगों के लिए दी जाती है, जिनका जीवन खतरे में हो, जैसे कि महत्वपूर्ण राजनीतिक नेता, व्यवसायी, न्यायधीश, और अन्य प्रभावशाली व्यक्ति. इस सुरक्षा पैकेज के अंतर्गत यह सुनिश्चित किया जाता है कि व्यक्ति के पास हमेशा सशस्त्र सुरक्षा बल मौजूद रहे, जो उन्हें किसी भी संभावित हमले से बचा सकें.

Z कैटेगरी सुरक्षा में क्या होता है?

Z कैटेगरी सुरक्षा में कई अहम पहलुओं को ध्यान में रखा जाता है. इसमें, सुरक्षा गार्ड्स के अलावा, विशेष गाड़ियां और घेराबंदी की तकनीक शामिल होती है. इन गाड़ियों में बुलेटप्रूफ शीशे होते हैं, और ये उच्चतम सुरक्षा मानकों के तहत डिजाइन की जाती हैं. सुरक्षा व्यवस्था इतनी कड़ी होती है कि व्यक्तियों की प्रत्येक गतिविधि की निगरानी की जाती है, और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया दी जाती है.