HMPV Cases Up in China: चीन में हाल ही में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामलों में तेजी से हुई वृद्धि ने भारतीय राज्य स्वास्थ्य विभाग को एहतियाती कदम उठाने के लिए प्रेरित किया है. इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भरोसा दिलाया है कि वह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अपडेट्स के साथ स्थिति पर कड़ी निगरानी बनाए हुए है.
HMPV एक सामान्य श्वसन वायरस है, जो सर्दी-जुकाम के समान ऊपरी श्वसन पथ के इंफेक्शन का कारण बनता है. यह वायरस मुख्य रूप से छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है. सर्दियों के मौसम में इसका प्रभाव ज्यादा देखने को मिलता है. कमजोर लोगों के लिए यह बीमारी गंभीर रूप से खतरनाक हो सकती है.
पीडी हिंदुजा अस्पताल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. लैंसलॉट पिंटो ने बताया कि भारत में HMPV के मामलों का पता लगना असामान्य नहीं है. हालांकि, हम केवल गंभीर रूप से प्रभावित मरीजों के लिए ही चेक करते हैं क्योंकि इसकी चेकिंग किट महंगी होती है, जिसकी लागत 15,000 से 20,000 रुपये तक हो सकती है.
राज्य स्वास्थ्य विभाग ने श्वसन इंफएक्श के आंकड़ों का विश्लेषण किया और पाया कि दिसंबर 2023 की तुलना में दिसंबर 2024 में HMPV के मामलों में कोई विशेष वृद्धि नहीं हुई है.
स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता को कुछ आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है, जैसे:
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने साफ किया है कि चीन में HMPV के मामलों की रिपोर्ट को लेकर घबराने की कोई जरुरत नहीं है. राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं.
डॉ. पिंटो ने आगे कहा कि HMPV, कोविड-19 जितना संक्रामक नहीं है. फिर भी, यह जरुरी है कि अगर कोई व्यक्ति बीमार महसूस करता है तो वह दूसरों की सुरक्षा के लिए जरूरी एहतियाती कदम उठाए. बच्चों को यह आदत बचपन से ही सिखाई जानी चाहिए.
क्या करें:
क्या न करें: