Himachal Politics: राज्यसभा चुनाव के दौरान हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी थी. इसके बाद भाजपा प्रत्याशी की जीत हुई. ये मामला सिर्फ यहीं तक नहीं रुका. एक स्थिति तो ऐसी और गई कि लगा हिमाचल में कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी. कांग्रेस के कई विधायक बागी हो गई. काफी लंबी खींचतान के बाद आखिरकार मामला थोड़ा शांत हुआ. अब हिमाचल प्रदेश के सीएम ने खुलासा किया है कि राज्यसभा चुनाव के दौरान किस विधायक ने मुख्य भूमिका निभाई थी.
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को बिना नाम लिए कहा कि कांग्रेस के एक पूर्व मंत्री और कांगड़ा बेल्ट के विधायक ने राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग कराई और सरकार को धोखा देने में एंकर की भूमिका निभाई.
सीएम सुक्खू ने कांगड़ा के पालमपुर में कहा कि राज्यसभा चुनाव के दौरान छह बागी विधायकों ने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी. बजट पर वोटिंग के दिन ये छह बागी विधायक सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस की सुरक्षा में हेलीकॉप्टर से पंचकुला के लिए रवाना हुए. बाद में उन्हें हरिद्वार, ऋषिकेश में शिफ्ट किया गया. अब वे गुरुग्राम में हैं. भाजपा के साथ मिलकर सरकार गिराने की योजना बनाने में व्यस्त हैं. सुक्खू ने पालमपुर, जयसिंहपुर और सुलह विधानसभा क्षेत्रों के दौरे पर थे.
उन्होंने कहा कि धर्मशाला के अब अयोग्य विधायक सुधीर शर्मा उन छह कांग्रेस विधायकों में शामिल थे, जिन्होंने पिछले महीने राज्यसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी. सुक्खू ने कहा कि मेरा 35 साल का लंबा राजनीतिक करियर है और मैं जहां हूं वहां तक पहुंचने के लिए मैंने संघर्ष किया है, लेकिन कभी भी पार्टी के खिलाफ साजिश नहीं रची. उन्होंने कहा कि वह ऐसी चुनौतियों के आदी हैं और ऐसी साजिशों से नहीं डरते.
सुक्खू ने कहा कि अगर मैं आज सीएम हूं तो यह मेरे और कांग्रेस पार्टी के प्रति लोगों के प्यार और विश्वास के कारण है. वर्तमान सरकार पांच साल तक चलेगी. जनता की सेवा और राज्य के विकास में ईमानदारी से काम करेगी और कार्यों में तेजी लाने के लिए टेंडर प्रक्रिया की अवधि भी 51 दिन से घटाकर 21 दिन कर दी गई है.