CM 'लापता'... पर झारखंड में मचा सियासी बवाल; अब हेमंत सोरेन की पार्टी बाबूलाल मरांडी के खिलाफ लेगी बड़ा एक्शन
झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने निशिकांत दुबे की ओर इशारा करते हुए कहा कि इसी तरह का केस भाजपा सांसद के खिलाफ भी दर्ज किया जाएगा जो 'अक्सर ट्वीट' करते हैं.
Hemant Soren Party File Case Against BJP Jharkhand BJP Chief: ईडी की कार्रवाई और सीएम हेमंत सोरेन के गायब होने वाले घटनाक्रम को लेकर झारखंड में सियासी बवाल शुरू हो गया है. भाजपा ने इस मुद्दे को सीएम लापता के नाम से जमकर भुनाया है. अब सोरेन की पार्टी एक्शन मोड में आ गई है. सत्तारूढ़ झामुमो ने सीएम हेमंत सोरेन को कथित रूप से बदनाम करने के लिए भाजपा प्रमुख बाबूलाल मरांडी के खिलाफ केस दर्ज करने की योजना बनाई है.
झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप
जानकारी के मुताबिक, झारखंड की सत्तारूढ़ पार्टी झामुमो ने मंगलवार को कहा था कि वह राजधानी रांची में झामुमो नेता लापता वाली टिप्पणी से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कथित रूप से बदनाम करने की साजिश रची गई थी. झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने निशिकांत दुबे की ओर इशारा करते हुए कहा कि इसी तरह का मामला भाजपा सांसद के खिलाफ भी दर्ज किया जाएगा जो "अक्सर ट्वीट" करते हैं. उनके बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ने कहा है कि सत्तारूढ़ दल निश्चित रूप से कोर्ट का रुख कर सकता है, लेकिन उनका मामला न्यायिक जांच में टिक नहीं पाएगा.
झामुमो ने सोमवार को दिल्ली में हेमंत सोरेन के आधिकारिक आवास पर ईडी अधिकारियों के आने के उद्देश्य पर भी सवाल उठाया है. जब उन्हें 31 जनवरी को केंद्रीय एजेंसी द्वारा पूछताछ का सामना करना था. उन्होंने कहा कि सीएम सिर्फ एक व्यक्ति नहीं बल्कि राज्य की एक प्रमुख संस्था है. लेकिन जिस तरह से भाजपा ने व्यक्ति और संस्था के खिलाफ आरोप लगाए हैं, यह सीआरपीसी (मानहानि) की धारा 499 के मानदंडों को पूरा करता है. हम जल्द ही एक आपराधिक केस दर्ज करेंगे.
हेमंत सोरेन के वापस लौटने पर बाबूलाल मरांडी ने फिर किया ट्वीट
बता दें कि हेमंत सोरेन 27 जनवरी की रात नई दिल्ली के लिए रवाना हुए थे. अपने ठिकाने को लेकर सस्पेंस के बीच वह सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात को रांची स्थित अपने सरकारी आवास पहुंचे. इसके बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने पोस्ट में बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लोगों ने राहत की सांस ली क्योंकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जो 28 जनवरी की देर रात अपने दिल्ली आवास से पैदल चले गए थे, अब करीब 40 घंटे बाद सुरक्षित रांची में सीएम आवास लौट आए.
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी हेमंत सोरेन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सोरेन को दिल्ली से झारखंड तक 1,295 किलोमीटर की दूरी तय करने में कितनी परेशानी का सामना करना पड़ा. मरांडी ने कहा कि दिल्ली के बारे में भूल जाइए, ऐसा लगता है कि हेमंत जी निकट भविष्य में सड़क या हवाई मार्ग से तो दूर, झारखंड की सीमा पार कहीं भी जाने का सपने में भी नहीं सोचेंगे. उधर, अधिकारियों ने कहा कि जांच एजेंसी ने सोमवार को दक्षिणी दिल्ली में झामुमो नेता के 5/1 शांति निकेतन आवास की तलाशी ली और उनसे पूछताछ करने के लिए करीब 13 घंटों तक वहां डेरा डाला. उन्होंने बताया कि ईडी ने वहां से 36 लाख रुपये, एक बीएमडब्ल्यू एसयूवी और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं.
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे बोले- ... क्या रुपयों को छिपा रहे थे?
36 लाख रुपये की बरामदगी के बारे में झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि क्या ईडी और बाबूलाल (मरांडी) जी ने इसकी योजना नहीं बनाई थी? वे उनके (सोरेन) साथ एक अपराधी की तरह व्यवहार कर रहे हैं, लेकिन मैं बताना चाहूंगा कि हमारे सीएम हैं किसी से नहीं डरते. वहीं ईडी द्वारा सोरेन के आवास से नकदी की बरामदगी का हवाला देते हुए भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आश्चर्य जताया कि क्या मुख्यमंत्री 50 घंटों तक लापता रहने के बाद अपने अरबों रुपये छिपा रहे हैं. झामुमो नेता पर कटाक्ष करते हुए गोड्डा सांसद ने दावा किया है कि उनके पिता शिबू सोरन भी केंद्रीय मंत्री रहते हुए 21 दिनों के लिए लापता हो गए थे और बेटे ने उनकी कुछ विशेषताओं को आत्मसात कर लिया है.