Hemant Soren: जमीन घोटाले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ जारी है. इस बीच सीएम हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के खिलाफ SC/ST एक्ट के तहत FIR दर्ज कराई है. उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि इन अधिकारियों ने 30 जनवरी को दिल्ली स्थिति आवास पर छापेमारी की थी. इसके जरिए मुझे और मेरे पूरे समुदाय को परेशान करने की कोशिश हुई. आवेदन की कॉपी रांची के एससी एसटी थाना में भेज दी गयी है.
ई़डी के अधिकारियों की टीम दोपहर 1:15 बजे सीएम हाउस पहुंची. इससे पहले 20 जनवरी को ईडी ने साढ़े सात घंटे पूछताछ की थी. पूछताछ को लेकर रांची में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. साथ ही ईडी कार्यालय, राजभवन और सीएम आवास के आसपास धारा 144 लगाया गया है. जेएमएम का प्रदर्शन भी हो रहा है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक बैठक के दौरान दो कोरे कागजों पर झामुमो विधायकों के हस्ताक्षर ले लिये थे. मामले से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, ये दस्तावेज दो संभावित उम्मीदवारों (कल्पना सोरेन और चंपई सोरेन) के समर्थन पत्र हैं, जिनमें से एक को हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की स्थिति में राज्यपाल को प्रस्तुत किया जा सकता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन और भाभी सीता सोरेन ने कल्पना सोरेन की दावेदारी का विरोध किया है. हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन और भाभी सीता सोरेन को झामुमो के 18 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. बताया जाता है कि पार्टी संरक्षक शिबू सोरेन भी बसंत सोरेन के दावे का समर्थन कर रहे हैं.
बता दें कि फिलहाल, 81 झारखंड विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की संख्या 49 है. इसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के 29, कांग्रेस के 16, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के एक, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी), सीपीआई (एमएल) के और राष्ट्रीय जनता दल के एक-एक विधायक शामिल हैं.