Hemant Soren: हेमंत सोरेन ने कैसे किया करोड़ों का गबन, ED को मिले अहम सबूतों से बड़ा खुलासा

Hemant Soren: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय को कई अहम सबूत मिले हैं. व्हाट्सएप चैट में लाखों रुपये के लिए फाइल्स और करोड़ों लोगों के लिए फोल्डर जैसे कोड शब्दों का इस्तेमाल हुआ है.

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Hemant Soren: झारखंड सरकार के किसी संगठन का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पद के लिए 50 लाख रुपये, वरिष्ठ पदों के लिए 70-80 लाख रुपये और सरकारी भूमि का मुफ्त में आवेदन करने के लिए 2.5 करोड़ रुपये. ये रेट कार्ड हैं. जो प्रवर्तन निदेशालय (ED) को पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कथित सहयोगियों के जब्त किए गए फोन के व्हाट्सएप चैट से प्राप्त हुए हैं. एजेंसी ने बताया कि चैट में लाखों रुपये के लिए फाइल्स और करोड़ों लोगों के लिए फोल्डर जैसे कोड शब्दों का इस्तेमाल किया गया था.


चैट में ये बातचीत कथित तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री सोरेन सरकार में प्रमुख सचिव के पद पर बैठे वरिष्ठ  IAS अधिकारियों और झारखंड में फिक्सरों या व्यापारियों के बीच हुई थी, जो ईडी को जब्त किए हुए फोन में मिले थे.

पिछले साल सितंबर महीने में राज्य सरकार को 35 पन्नों का एक लेटर भेजा गया था. उस लेटर में नकदी काले धन को सफेद करने के सबूत दिए गए थे. साथ ही साथ ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर हुए घोटालों की जांच शुरू करने का आदेश  देने का अनुरोध किया गया था.  

पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद ईडी ने जांच तेज कर दी है. ईडी को ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर लिए गए पैसे मांगने के सबूत मिले हैं. व्हाट्सएप चैट में ईडी को कई अहम सबूत मिले हैं.

बीते महीने 31 जनवरी को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 7 घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था. ईडी को हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास में छापेमारी के दौरान 36 लाख रुपये नकद कैश और दो लग्जरी कारें भी मिली थी, जिसे ईडी ने जब्त कर लिया थी.