Cyclone Fengal: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरा दबाव बना है, जो बुधवार यानी आज तक एक चक्रवात में बदल सकता है. इससे तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. मौसम के इस अलर्ट को देखते हुए, तमिलनाडु के त्रिची, रामनाथपुरम, नागपट्टिनम, कुड्डालोर, विल्लुपुरम और तिरुवल्लूर जिलों में बारिश के कारण स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है.
वहीं बुधवार यानी आज की सुबह मौसम विभाग ने बताया कि गहरे दबाव का क्षेत्र त्रिंकोमाली से लगभग 190 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व, पुडुचेरी से 580 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व तथा चेन्नई से 670 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित है.
आईएमडी ने अपने अपडेट में कहा, 'गहरा दबाव उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और 27 नवंबर यानी आज तक चक्रवाती तूफान में बदलने की पूरी संभावना है. इसके बाद यह तूफान तमिलनाडु के तट की ओर बढ़ेगा और अगले दो दिनों में श्रीलंका के तट से होते हुए आगे बढ़ेगा.'
पूर्वी तट पर भारी बारिश के साथ-साथ 45-55 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 65 किलोमीटर प्रति घंटे तक तेज़ हवाएं चलने की संभावना है. इसके अलावा, समुद्र में उथल-पुथल के कारण निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है और समुद्री गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं. आईएमडी ने यह भी चेतावनी दी है कि लोग समुद्र के पास ना जाएं और सतर्क रहें.'
चक्रवाती तूफान की चेतावनी को देखते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मयिलादुथुराई, विल्लुपुरम, नागपट्टिनम, तिरुवरुर, तंजावुर और कुड्डालोर जिलों के कलेक्टरों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की. इस बैठक में, उन्होंने अधिकारियों को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए जरूरी निर्देश दिए.
स्टालिन ने ट्वीट किया, 'भारी बारिश की चेतावनी के बाद मैंने इन जिलों के कलेक्टरों के साथ बैठक की है, ताकि हम पूरी तरह तैयार रहें. मंत्रियों को क्षेत्र में काम करने के लिए निर्देशित किया गया है. सरकार बारिश से निपटने के लिए तैयार है. मैं जनता से अपील करता हूं कि वे सुरक्षित रहें और बाहर जाते समय सतर्क रहें.'
इसके साथ ही, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की दो टीमें तमिलनाडु भेजी गई हैं. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, जिनमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम, कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.