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India Daily

फेंगल चक्रवात ने मुंबई में बढ़ा दी गर्मी, 7.5 डिग्री तापमान बढ़ा, दिसंबर में लोगों के छूटे पसीने

Cyclone Fengal: चक्रवात फेंगल का असर मुंबई पर भी पड़ा है. हवाओं की दिशा बदलने के बाद मुंबई तापमान में वृद्धि देखेने को मिली है. दूसरी सबसे सर्द रात दर्ज करने के 4 दिन बाद ही मुंबई में लोगों को पसीने आने लगे. मौजूदा समय में मुंबई का तापमान अब 24 डिग्री सेल्सियस हो गया है. 

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Edited By: Kamal Kumar Mishra
Cyclone Fengal
Courtesy: x

Cyclone Fengal: मुंबई शहर में नवंबर की दूसरी सबसे ठंडी रात दर्ज किए जाने के चार दिन बाद ही गर्मी आ गई. इसकी वजह फेंगल तूफान बताया जा रहा है. मुंबई में 16.5 डिग्री सेल्सियस तापमान होने पर सर्दियों के आगमन का संकेत मिल रहा था, लेकिन मंगलवार को न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहे. मौसम विशेषज्ञों ने इस बदलाव के लिए चक्रवात फेंगल को कारण माना है, जिसकी वजह से तमिलनाडु में भारी तबाही आई है. 

मौसम विशेषज्ञों ने कहा कि चक्रवात के कारण मुंबई और महाराष्ट्र में नमी आई, जिससे हवा का रुख ठंडी, शुष्क उत्तरी हवा से बदलकर आर्द्र पूर्व-दक्षिण-पूर्वी हवा में बदल गया. 8 दिसंबर से न्यूनतम तापमान में गिरावट आने की उम्मीद है। मंगलवार को सांताक्रूज में 24 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4 डिग्री अधिक था. कोलाबा स्टेशन पर 24.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. जो सामान्य से 2 डिग्री अधिक है. 

मौसम विशेषज्ञ ने क्या कहा?

मौसम विशेषज्ञ अथरेया शेट्टी ने कहा, "चक्रवात फेंगल ने मुंबई और महाराष्ट्र में बहुत अधिक नमी पहुंचाई है और हवा की दिशा भी पूर्व-दक्षिण-पूर्वी कर दी है." इस तह से नमी और बादल छाए रहने वाले मौसम में वृद्धि देखी है, जिससे रात का तापमान अधिक बना हुआ है. चक्रवात का अवशेष कर्नाटक तट से दूर अरब सागर में एक अवसाद के रूप में फिर से उभरा है, जो इस सप्ताहांत तक हमारे मौसम को प्रभावित करना जारी रखेगा.

छिटपुट बारिश की आशंका

शौकिया मौसम पूर्वानुमानकर्ता अभिजीत मोडक ने कहा कि चक्रवात अरब सागर में मंगलुरु तट से दूर स्थित एक सुस्पष्ट निम्न दाब प्रणाली में परिवर्तित हो गया. इसके कारण मंगलुरु में मंगलवार को 24 घंटों में 156 मिमी बारिश हुई, साथ ही गरज के साथ बारिश भी हुई. मोडक ने कहा, "इस प्रणाली ने महाराष्ट्र में नम पूर्वी हवाएं लाई हैं, जिससे न्यूनतम तापमान में तेज़ वृद्धि हुई है." उन्होंने कहा, "जैसे ही शुष्क उत्तर-पूर्वी हवाएं नम दक्षिण-पूर्वी हवाओं द्वारा प्रतिस्थापित होती हैं, अगले तीन दिनों में दक्षिण-पश्चिम महाराष्ट्र और कोंकण तट पर छिटपुट बारिश या गरज के साथ बारिश होने की संभावना है."