खड़गे और देवेगौड़ा की मुलाकात से बढ़ी सियासी हलचल, JDS-BJP गठबंधन को लेकर कयासों का बाजार गर्म!

पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की है. जिसके बाद सियासी हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्म है.

Avinash Kumar Singh

नई दिल्ली: 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर सभी सियासी दलों की तैयारियां तेज हो चली है. विपक्षी गठबंधन INDIA अलायंस की नजर अपना कुनबा बढ़ाने पर है तो वहीं बीजेपी कर्नाटक में अपने नये साथी JDS के साथ लोकसभा में परचम लहराने की रणनीति बना रही है. तमाम सियासी घटनाक्रम के बीच पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की है. जिसके बाद सियासी हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन दोनों नेताओं के बीच मुलाकात के दौरान तमाम सियासी मुद्दों पर लंबी बातचीत हुई.

खड़गे और देवेगौड़ा की मुलाकात को लेकर कयासों का बाजार गर्म 

आगामी 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कर्नाटक में BJP और JDS का गठबंधन हुआ है. ऐसे में इस मुलाकात के तमाम मायने नीकाले जा रहे है. खड़गे और देवेगौड़ा की मुलाकात के बाद कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा कि JDS को अपने नाम में से धर्मनिरपेक्ष शब्द हटा देना चाहिए. बीते दिनों दिल्ली में जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच आगामी 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर चर्चा के बाद गठबंधन का ऐलान किया गया था. 

JDS और BJP गठबंधन का क्या होगा सीट शेयरिंग फॉर्मूला? 

जेडीएस और बीजेपी के गठबंधन को लेकर दोनों पार्टीयों के शीर्ष स्तर पर हुई चर्चाओं के बाद गठबंधन का ऐलान हुआ है. सियासी चर्चाओं की मानें तो जेडीएस ने बीजेपी के सामने चार लोकसभा सीटों की डिमांड रखी है. जिसको लेकर दोनों पार्टियों के आलाकमान के बीच बातचीत का दौर जारी है. JDS कर्नाटक की 28 लोकसभा सीटों में से पांच सीटें मांड्या, हासन, तुमाकुरु, चिकबल्लापुर और बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी जताई थी लेकिन 4 सीटों पर दोनों के बीच सहमति बन पाई. ऐसे मे बीजेपी और जेडीएस गठबंधन में सीट शेयरिंग फॉर्मूले को लेकर जल्द तस्वीर जल्द साफ होने की उम्मीद जताई जा रही है.