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चरणों की धूल लेने के लिए भागेंगे लोग तो कैसे नहीं होगा हादसा? वायरल हुआ बाबा नारायण साकार हरि का पुराना वीडियो

उत्तर प्रदेश के हाथरस के फुलरई गांव में मंगलवार को बाबा नारायण साकार हरि के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई. इस हादसे में 60 से ज्यादा लोगों के मरने की खबर है. मौत का यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. इस हादसे के कई कारण बताए जा रहे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि लोग बाबा के चरणों की धूल पाने को बेताब थे जिसके कारण यह भगदड़ मची.

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Hathras stampede
Courtesy: social media

Hathras stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस के फुलरई गांव में मंगलवार को नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के एक सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें 60 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है. पुलिस की नौकरी छोड़कर बाबा बने नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में लाखों की भीड़ जुटती है.  कहा जाता है बाबा के भक्तों के लिए उसके चरणों की धूल इतनी कीमती है कि बाबा जहां से भी गुजर जाते हैं लोग उस मिट्टी को अपनी झोली में भरकर घर ले जाते हैं और उस मिट्टी का अपने बच्चों को  टीका लगाते हैं.

बाबा के भक्त मानते हैं कि बाबा के चरणों की धूल की लगाने या चखने से रोग दूर हो जाते हैं और यह धूल उनकी रक्षा करती है. इस हादसे के बाद बाबा नारायण साकार हरि के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें साफ तौर पर बाबा के सत्संग में आई लाखों लोगों की भीड़ और उनके चरणों की मिट्टी पाने के लिए लोगों के पागलपन को देखा जा सकता है.

सोशल मीडिया पर बाबा को लेकर एक गाना भी प्रचलित है जिसके बोल हैं बाबा नारायण साकार हरि तेरे चरणों की एक धूल जो मिल जाए...

कौन हैं बाबा नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा
बता दें कि भोले बाबा पहले पुलिस विभाग में थे. नौकरी छोड़कर उन्होंने प्रवचन करना शुरू कर दिया था. बाबा नारायण साकार हरि एटा जिले के पटियाली गांव के रहने वाले हैं और साकार विश्व हरि के नाम से जाने जाते हैं.

क्या रही हादसे की असल वजह
खबरों की मानें तो जैसे ही सत्संग खत्म हुआ वैसे ही बाबा साकार हरि के काफिले को वहां से निकालने के लिए भीड़ के एक हिस्से को रोक दिया गया तभी बाबा की एक झलक पाने और उनके चरणों की मिट्टी लेने के लिए वहां भगदड़ मच गई. इसके अलावा हादसे की अलग-अलग वजह सामने आ रही हैं.

चश्मदीदों का कहना है कि सत्संग खत्म होने के बाद जैसे ही लोग अपने घर जाने के लिए उठे वहां भगदड़ मच गई. उन्होंने कहा कि सत्संग स्थल से आगे एक नाला था लोग इस नाले में गिर गए और एक के ऊपर एक गिरकर दबने से कुछ लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में घायल हुए लोगों का इलाज जारी है. वहीं सीएम योगी ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं.