Hathras stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस के फुलरई गांव में मंगलवार को नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के एक सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें 60 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है. पुलिस की नौकरी छोड़कर बाबा बने नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में लाखों की भीड़ जुटती है. कहा जाता है बाबा के भक्तों के लिए उसके चरणों की धूल इतनी कीमती है कि बाबा जहां से भी गुजर जाते हैं लोग उस मिट्टी को अपनी झोली में भरकर घर ले जाते हैं और उस मिट्टी का अपने बच्चों को टीका लगाते हैं.
बाबा के भक्त मानते हैं कि बाबा के चरणों की धूल की लगाने या चखने से रोग दूर हो जाते हैं और यह धूल उनकी रक्षा करती है. इस हादसे के बाद बाबा नारायण साकार हरि के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें साफ तौर पर बाबा के सत्संग में आई लाखों लोगों की भीड़ और उनके चरणों की मिट्टी पाने के लिए लोगों के पागलपन को देखा जा सकता है.
ये पुरानी Video राजस्थान में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के एक सत्संग की है। बाबा की जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। देखिए भक्त किस तरह पागल हैं...
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) July 2, 2024
इन्हीं बाबा के आज हाथरस सत्संग में भगदड़ मचने से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। pic.twitter.com/sBIXOgz7hE
सोशल मीडिया पर बाबा को लेकर एक गाना भी प्रचलित है जिसके बोल हैं बाबा नारायण साकार हरि तेरे चरणों की एक धूल जो मिल जाए...
ये वही जगह है जहाँ कितने परिवारो का सहारा छिन गया?
— Umesh (@UMESH8948) July 2, 2024
और सरकार चुपी साधे हुए हे?
हाथरस के एक ढोंगी बाबा के सत्संग ने 120 से अधिक लोगों की जान ले ली
ढोंगी नारायण साकार हरि पुलिस में था कुछ दिन पहले ही बाबा बना था
भारी भीड़ जमा होने के बावजूद प्रशासन सो रहा था?#Hathrus pic.twitter.com/YKpfOLzdiC
कौन हैं बाबा नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा
बता दें कि भोले बाबा पहले पुलिस विभाग में थे. नौकरी छोड़कर उन्होंने प्रवचन करना शुरू कर दिया था. बाबा नारायण साकार हरि एटा जिले के पटियाली गांव के रहने वाले हैं और साकार विश्व हरि के नाम से जाने जाते हैं.
नारायण साकार हरि। एटा जिले में जन्म हुआ। UP पुलिस की LIU (लोकल इंटेलिजेंस यूनिट) में नौकरी की। 26 साल पहले नौकरी छोड़कर बाबा बने। दूसरे बाबाओं की तरह भगवा पहनना पसंद नहीं। बाबा राम रहीम की तरह इनकी अपनी सिक्योरिटी टीम है।
— SHIVANI VERMA (@ShivaniV2901) July 2, 2024
बाबा के सत्संग में भगदड़ से आज 120 मौ!तें हुई हैं।… pic.twitter.com/cdMduo5nSm
क्या रही हादसे की असल वजह
खबरों की मानें तो जैसे ही सत्संग खत्म हुआ वैसे ही बाबा साकार हरि के काफिले को वहां से निकालने के लिए भीड़ के एक हिस्से को रोक दिया गया तभी बाबा की एक झलक पाने और उनके चरणों की मिट्टी लेने के लिए वहां भगदड़ मच गई. इसके अलावा हादसे की अलग-अलग वजह सामने आ रही हैं.
भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है। सत्संग में ये बाबा कहते हैं कि मैं पहले IB में नौकरी करता था। हाथरस (UP) के सत्संग में 20K से ज्यादा लोग जुटे थे।
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) July 2, 2024
अब ये भी सवाल है कि वहां इतनी भीड़ जुटी तो वहां के DM-SP ने आयोजन समिति संग मिलकर सुरक्षा के क्या-क्या इंतजाम किए थे। pic.twitter.com/MakpRurIio
चश्मदीदों का कहना है कि सत्संग खत्म होने के बाद जैसे ही लोग अपने घर जाने के लिए उठे वहां भगदड़ मच गई. उन्होंने कहा कि सत्संग स्थल से आगे एक नाला था लोग इस नाले में गिर गए और एक के ऊपर एक गिरकर दबने से कुछ लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में घायल हुए लोगों का इलाज जारी है. वहीं सीएम योगी ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं.