हाथरस सत्संग कांड में मरने वालों की संख्या 121 हो गई है. 18 लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं. जिस बाबा के सत्संग में भगदड़ में लोग मरे वह फरार है. पुलिस नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा की तलाश कर रही है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने सत्संग के आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है और जांच कर रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज हाथरस जाकर घटना का मुआयना करेंगे.
हाथरस में हुई भगदड़ को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है. याचिका में 5 सदस्यीय एक्सपर्ट कमेटी से सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज की निगरानी में जांच कराने की गुहार लगाई गई है. याचिका में घटना के लिए जिम्मेदार लोगों और अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए जाने का आग्रह किया गया है. याचिका सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने दाखिल की है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 10:40 बजे आगरा एयरपोर्ट पर उतरेंगे. यहां से सीएम योगी हेलिकॉप्टर के जरिये हाथरस पहुंचेंगे. हाथरस पहुंचने के बाद वह उच्च अधिकारियों से मिलकर हालात का जायजा लेंगे. सीएम योगी के पहुंचने से पहले उनकी सिक्योरिटी के जवान हाथरस पहुंचे गए हैं. जिला अस्पताल का निरीक्षण कर रहे हैं घटनास्थल पर फॉरेंसिक यूनिट और डॉग स्क्वायड मौजूद हैं.
#WATCH | Hathras Stampede incident | Hathras: "... I will not be able to tell what we have found. There are no specific things to collect from here, it is only the belongings of the devotees such as shoes and sheets used for sitting..," says a member of the forensic unit who… pic.twitter.com/IVs9uMDAoU
— ANI (@ANI) July 3, 2024
मंगलवार देर रात हादसे में 22 लोगों के खिलाफ सिकंदराराऊ थाने के दरोगा ने FIR दर्ज कराई. इसमें मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर का नाम है. बाकी सब अज्ञात हैं. चौंकाने वाली बात है कि इसमें मुख्य आरोपी भोले बाबा उर्फ हरि नारायण साकार का नाम ही नहीं है. जानकारी के मुताबिक मंगलवार को हुए सत्संग में करीब 1 से डेढ़ लाख लोग (भक्त) शामिल हुए थे. खेतों में पंडाल लगाया था, सत्संग खत्म होने के बाद लोग बाबा को देखने के लिए भागे जिससे भगगदड़ मच गई. एग्जिट गेट बेहद संकरा था और रास्ते में नाला था. आसपास कीचड़ थी. भगदड़ मची और लोग एक के ऊपर एक नाले में गिर गए.
बता दें कि भगदड़ मंगलवार दोपहर करीब 3.30 बजे हुई, जब भोले बाबा कार्यक्रम स्थल से निकल रहे थे. लोग उनेक पीछे भागे जिससे भगदड़ मच गई. प्रशासन ने सत्संग के लिए 80 हजार लोगों की अनुमति दी थी, लेकिन ढाई लाख लोग पहुंच गए थे. भक्त बाबा के करीब जाने के लिए धक्का-मुक्की करने लगे. इन लोगों को सेवादारों ने डंडा दिखाकर रोकने चाहा लेकिन भगदड़ मच गई. लोगों पर पानी से बौछारें होने लगी. लोग फिसल कर वहां बने किराने बने गड्ढे में गिरते चले गए. कई घंटों तक लोग दब नाले में दबे रहे. हादसे में मृतकों की संख्या 121 है. जिनमें 108 महिलाएं और 7 बच्चे हैं.