Haryana Assembly Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है. पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल चौधरी की बहु और भिवानी के तोशाम से विधायक किरण चौधरी और उनकी बेटी ने पार्टी छोड़ दी है. उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इस्तीफा भेजा. अब वो 19 जून को बीजेपी जॉइन करेंगी. आम चुनाव के ठीक पहले ये कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है. वही ये बीजेपी के खेमे में इजाफा है. बताया जा रहा है लोकसभा चुनाव में बेटी को टिकट न मिलने से किरण चौधरी नाराज चल रहीं थी.
मंगलवार को देर शाम किरण चौधरी ने कांग्रेस छोड़ने की पुष्टि की. उन्होंने अपने इस्तीफे में पार्टी लीडरशिप पर भी सवाल उठाए हैं. बता दें किरण चौधरी को ही राज्यसभा चुनाव में अजय माकन की हार पर हुड्डा गुट जिम्मेदार ठहरा रहा था.
अपने इस्तीफे में किरण चौधरी ने लिखा कि यहां लोग पार्टी को निजी जागीर की तरह चला रहे हैं. मुझे बेइज्जत किया गया. हमें पार्टी के कार्यक्रमों की सूचना नहीं दी जा रही थी. पार्टी के नेता हमारे फोन नहीं उठा रहे थे. हमारी राजनीति खत्म करने की कोशिश हो रही थी.
आम चुनाव में किरण ने अपनी बेटी श्रुति के लिए भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट टिकट मांगा था. मगर पार्टी ने उनकी जगह राव दान सिंह को टिकट दिया. उसके बाद से किरण चौधरी पर भितरघात का आरोप भी लग रहा था. इसके जवाब में उन्होंने टिकट बंटवारे पर सवाल उठाते हुए कहा था कि टिकट सही आदमी को जाती तो कांग्रेस जीत पाती. उनका आरोप है कि हुड्डा किसी दूसरे नेता को उभरने नहीं देना चाहते.
सियासी गलियारों में कहा जा रहा है की श्रुति चौधरी को भाजपा राज्यसभा प्रत्याशी बनाई जा सकती है. वहीं किरण चौधरी अगर भाजपा में शामिल हुईं तो वह विधानसभा चुनाव में तोशाम चुनाव लड़ सकती है. हालांकि, भाजपा की ओर से अभी इस बात की पुष्टि नहीं की गई है.