Haryana Politics 2024: टिकट बंटवारे पर रार, 'रसूख' पर तकरार, कैसे रूठे 'अपनों' को हरियाणा में मना रही BJP?

Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में टिकट बंटवारे को लेकर असंतोष की खबरें सामने आई हैं. मनोहर लाल खट्टर से लेकर नायब सैनी तक के पास यह रिपोर्ट है कि बीजेपी नेता, टिकट बंटवारे को लेकर एकमत नहीं हैं. भले ही शीर्ष नेतृत्व युद्ध स्तर पर तैयारियों में जुटा हो, राज्य में अभी सामंजस्य स्थापित कर पाना एक चुनौती है.

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India Daily Live

Haryana Politics 2024: हरियाणा विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने अपने 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी में इस्तीफों का दौर शुरू हुआ तो अनबन की खबरें सामने आईं. टिकट पर पार्टी में एक आम सहमति नहीं बन पा रही है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जुड़े कार्यकर्ताओं का कहना है कि पार्टी, कुछ उम्मीदवारों के नाम पर पुनर्विचार कर सकती है. कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के नाम बदले जा सकते हैं. अभी तक यह पुष्ट नहीं है लेकिन बीजेपी संगठन में एक पदाधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा है कि कैंडिडेट लिस्ट में कुछ बदलाव नामांकन से पहले नजर आ सकते हैं.

बीजेपी, पार्टी के भीतर असंतोष को कम करने के लिए बैठकें कर रही है. टिकट बंटवारे के बाद इस्तीफे और अनबन की खबरें, बीजेपी के लिए नई नहीं हैं. सारे नेताओं के नाम नहीं बदले जाएंगे लेकिन जिन नेताओं के बारे में पार्टी के आंतरिक सर्वे में सही रिपोर्ट नहीं मिलेगी, उन्हें दरकिनार किया जा सकता है. पार्टी में कई स्तर का मंथन चल रहा है. 

टिकट बंटवारे पर पार्टी में है अनबन 

जैसे ही पहली कैंडिडेट लिस्ट सामने आई, कुछ उम्मीदवारों ने टिकट बंटवारे को लेकर नाराजगी जाहिर की. बीजेपी ओबीसी मोर्चा के प्रमुख पूर्व मंत्री करण देव कंबोज ने खुलकर आवाज उठाई. वे इंद्री और राडौर विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे थे. दोनों सीटों पर उन्हें टिकट नहीं मिला. उन्होंने कहा है कि दोबारा मंथन नहीं हो रहा है. इसके बारे में उन्होंने कोई खबर भी नहीं सुनी है. 

समर्थकों में भी है नाराजगी 

हरियाणा की पूर्व मंत्री कविता जैन ने भी अपने समर्थकों के सामने दोहराया है कि पार्टी ने उन्हें सोनीपत विधानसभा सीट से टिकट नहीं दिया है, जिसकी वजह से नाराज हैं. वहीं कांग्रेस के पूर्व सदस्य रहे निखिल मदान को वहां से उतार दिया गया है. यहां पार्टी विचार कर सकती है.

जिनका कटा टिकट, खुलकर दिखा रहे तेवर

कलानौर विधानसभा सीट पर रेणू डबला को टिकट मिलने से भी स्थानीय नेताओं में नाराजगी है. भवानी खेड़ा सीट से कपूर वाल्मिकी पर भी रार है. यह  एक आरक्षित सीट है. हरियाणा से समाज कल्याण मंत्री बिशंभर वाल्मिकी इस सीट से उतारे जाने वाले थे. अब वहां भी बगावत हो गई है. 

निर्दलीय उतर गए नाराज नेता 

कालका विधानसभा सीट से पूर्व कांग्रेस नेता विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी शर्मा को उतारा गया है. पूर्व विधायक लतिका शर्मा के समर्थकों ने वहीं नाराजगी जता दी. तोशम विधानसभा सीट शशि रंजन परमार ने चुनाव लड़ने का फैसला किया है. वे निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि पार्टी ने उन्हें टिकट ही नहीं दिया. बीजेपी ने उन्हें वहां से श्रुति चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा है. वे किरण चौधरी की बेटी हैं, वे यहां से 4 बार चुनाव जीती हैं. 

क्या रूठे अपनों को मना पाएगी बीजेपी?

हिसार में बीजेपी सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल ने भी नाराजगी जताई थी. इस सीट से बीजेपी ने कमल गुप्ता को टिकट दिया है. देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी नामांकन से पहले नाराज नेताओं को मना पाती है या नहीं.