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India Daily

'अगर खून बहाने का इतना ही शौक है, तो पहले...', बिलावल भुट्टों की खून वाली धमकी पर बरसे हरदीप पुरी, दे दिया मुंहतोड़ जवाब

Indus Waters Treaty suspension: केंद्रीय पेट्रोलियन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो को करारा जवाब दिया है. बिलावल भुट्टो ने सिंधू में भारत का खून बहाने की बात कही थी.

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Edited By: Gyanendra Tiwari
Hardeep Singh Puri replied to Pakistan Bilawal Bhutto Zardari over Indus Waters Treaty suspension pa
Courtesy: Social Media

Indus Waters Treaty suspension: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने सिंधु जल संधि को लेकर भारत को धमकी दी. उन्होंने कहा कि अगर भारत ने सिंधु नदी का पानी नहीं छोड़ा, तो "या तो पानी बहेगा या खून बहेगा." उन्होंने कहा कि सिंधु का दरिया हमारा है और हमारा ही रहेगा.  यह बयान उन्होंने सिंध प्रांत के सुक्कुर में एक जनसभा के दौरान दिया. इस बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने करारा जवाब दिया है. भुट्टो ने कहा कि सिंधु जल समझौते को नहीं तोड़ा जा सकता है. हमारी आवाम इसे स्वीकार नहीं करेगी. 

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बिलावल भुट्टो के इस बयान पर सख्त प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "अगर पानी नहीं मिलेगा तो कहां कूदोगे? यह तो एक मूर्खतापूर्ण बयान है. पहले तो कूदने के लिए पानी चाहिए, और अगर पानी ही नहीं होगा, तो कूदने का सवाल ही नहीं उठता."

'अपने खून से शुरुआत करें'

पुरी ने आगे तंज कसते हुए कहा, "अगर खून बहाने का इतना ही शौक है, तो पहले अपना खून बहाकर दिखाएं. दूसरों को धमकी देने से पहले खुद की जिम्मेदारी समझें." उन्होंने शैरी रहमान का भी जिक्र किया और उनके बयान को भी "मूर्खतापूर्ण" बताया.

पहलगाम हमले पर सख्त रुख

हरदीप पुरी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "यह कोई साधारण हमला नहीं था, बल्कि यह सीमा पार से भेजे गए आतंकवादियों द्वारा किया गया हमला था." इस हमले में 26 लोगों की जान गई, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे. भारत सरकार ने इस हमले के बाद कई कड़े फैसले लिए हैं. इसमें एक फैसला सिंध जल समझौते को स्थगित करने का भी है. 

'आतंकवाद की कीमत चुकानी होगी'

पुरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हवाले से कहा कि पाकिस्तान को इस तरह की हरकतों की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री खुद स्वीकार कर चुके हैं कि पिछले 20 वर्षों से वह इस तरह की गतिविधियों में शामिल हैं.