Haldwani violence: बनभूलपुरा से 300 मुस्लिम परिवारों का पलायन, पुलिस ने बंद किया एग्जिट-एंट्री प्वाइंट

Haldwani violence: हल्द्वानी से मुस्लिम परिवारों के पलायन की खबरों पर जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया है. पुलिस के साथ मिलकर प्रशासन ने बनभूलपुरा के एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर पहरा बढ़ा दिया है. पुलिस को आशंका है कि पलायन के बहाने हिंसा में शामिल आरोपी फरार हो सकते हैं.

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Haldwani violence: हिंसा से जूझने वाले हल्द्वानी से करीब 300 मुस्लिम परिवारों का पलायन हो गया है. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, 8 फरवरी को भड़की हिंसा के 5 दिनों बाद बनभूलपुरा समेत अन्य इलाकों से करीब 300 मुस्लिम परिवारों का पलायन हो गया है. दावा किया जा रहा है कि ये परिवार सुरक्षित स्थानों की तलाश में वहां से निकले हैं. इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की कि जहां अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, उस जगह पर पुलिस स्टेशन बनाया जाएगा.

कहा जा रहा है कि 300 के अलावा भी कई ऐसे मुस्लिम परिवार हैं, जो अगले कुछ दिनों में पलायन की योजना बना रहे हैं. इसकी जानकारी के बाद जिला प्रशासन की ओर से बनभूलपुरा के सभी एग्जिट और एंट्री प्वाइंट को सील कर दिया गया है. सूत्रों ने बताया कि इलाके को सील करने का फैसला पुलिस ने इसलिए लिया क्योंकि जांचकर्ताओं को लगा कि हिंसा में शामिल दंगाई भाग भी सकते हैं.

बनभूलपुरा में कर्फ्यू के बाद गाड़ियों की आवाजाही बंद होने के कारण कई मुस्लिम परिवार को सामान और बच्चों के साथ सड़कों पर पैदल पलायन करते हुए देखा गया. कर्फ्यू उस इलाके में लगाया गया था, जहां 8 फरवरी को अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान पुलिस और नगर निगम की टीम ने मलिक के बागीचे में बने 'अवैध' मस्जिद और मदरसे को गिरा दिया था, जिसके बाद वहां हिंसा भड़क गई थी. 5 दिन पहले भड़की हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हो गए थे. 

अब तक 30 आरोपियों की गिरफ्तारी, कई रडार पर

पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में अब तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया है और कई लोग अभी भी रडार पर हैं. उत्तराखंड पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से हथियार भी बरामद किए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, नैनीताल जिला प्रशासन की ओर से हल्द्वानी के कई हिस्सों में जारी कर्फ्यू में ढील दे दी गई है, लेकिन बनभूलपुरा क्षेत्र में भी भी कर्फ्यू लागू है. प्रशासन और पुलिस को से सख्ती बरतते हुए स्थानीय लोगों से घरों के अंदर ही रहने का फरमान जारी किया गया है. कहा गया है कि अगर किसी ने इसका उल्लंघन किया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस के मुताबिक, जिन इलाकों में अभी भी कर्फ्यू लगा हुआ है, उन्हें छोड़कर हल्द्वानी के कई हिस्सों में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं. 

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रतिनिधिमंडल ने की SDM के साथ बैठक

रविवार को जमीयत उलेमा-ए-हिंद के एक प्रतिनिधिमंडल ने हल्द्वानी का दौरा किया और SDM के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने जिला प्रशासन को अपनी मांगों से अवगत कराया. एसडीएम से मुलाकात के बाद जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव अब्दुल रज़ीक ने कहा कि मस्जिद को गिराने का फैसला प्रशासन ने जल्दबाजी में लिया, जिससे इलाके में तनाव और हिंसा हुई. रजिक ने कहा कि हम यहां क्षेत्र में शांति की अपील करने आए हैं. हमने एसडीएम से ये सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है कि निर्दोष लोगों के खिलाफ कार्रवाई न की जाए.

उन्होंने कहा कि प्रशासन को अदालत के आदेशों का इंतजार करना चाहिए था. न तो विध्वंस के आदेश थे और न ही अदालत ने विध्वंस पर रोक लगाने के आदेश दिए थे. हम जवाब चाहते हैं कि कार्रवाई जल्दबाजी में क्यों की गई?