Haldwani Violence Latest situation: हल्द्वानी शहर के बनभूलपुरा इलाके में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. रविवार यानी आज सुबह बनभूलपुरा समेत हल्द्वानी शहर की सड़कों पर पुलिस के सख्त पहरे के बीच सन्नाटा पसरा दिखा. हिंसा के बाद शहर के स्कूल-कॉलेजों को पहले ही बंद करने के आदेश दे दिए गए थे. स्थिति न बिगड़े, इसके लिए इंटरनेट सेवा भी अस्थायी तौर पर बंद कर दी गई है. उधर, उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केंद्रीय गृह सचिव को पत्र लिखकर बनभूलपुरा में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की चार अतिरिक्त कंपनियां तैनात करने की मांग की है.
रविवार सुबह पूरा शहर पुलिस छावनी में तब्दील दिखा. बनभूलपुरा इलाके में कर्फ्यू के बाद सड़कों पर सन्नाटा पसरा है. किसी भी तरह की दुकानें नहीं खुली हैं. ऐसे में आम लोगों को रोजमर्रा के सामानों के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, बनभूलपुरा के बाहर के कुछ इलाकों में आंशिक रूप से चहल-पहल दिखी लेकिन हिंसा का असर पूरे शहर में देखा जा रहा है.
हल्द्वानी की सड़कों पर पुलिस का पहरा तो है ही, साथ ही आसमान में ड्रोन के जरिए पुलिस हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए है. साथ ही हिंसा में शामिल आरोपियों की तलाश भी जारी है. पुलिस के मुताबिक, हिंसा के मास्टरमाइंड को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है. उसके अलावा भी कुछ अन्य लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. नैनीताल के सीनियर एसपी और एसपी बारीकी से हालातों पर नजर रख रहे हैं.
#WATCH उत्तराखंड: हल्द्वानी के हिंसा प्रभावित क्षेत्र के कुछ हिस्सों में सुरक्षा अधिकारी तैनात हैं। pic.twitter.com/pmDG6gPuFC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 11, 2024
पर्यटक स्थल नैनीताल के लिए हल्द्वानी शहर से गुजरने वाली गाड़ियों की आवाजाही सामान्य बताई जा रही है. लेकिन पुलिस सख्ती बरतते हुए चेकिंग भी कर रही है. फिलहाल, पुलिस और प्रशासन की ओर से किसी भी तरह की ढील की उम्मीद नहीं दिख रही है.
हिंसा की घटना के बाद शनिवार को राज्य सरकार की ओर से न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं. जांच की जिम्मेदारी कुमाऊं मंडल के कमिश्नर IAS दीपक रावत को दी गई है. उधर, नैनीताल के सीनियर एसपी प्रह्लाद मीणा ने बताया कि किसी तरह की अफवाह न फैले, इसके लिए सोशल मीडिया पर निगरानी के साथ-साथ तनाव वाले इलाकों में इंटरनेट सेवा अस्थायी रूप से ठप की गई है. फिलहाल, हिंसा के मामले में तीन केस दर्ज किए गए हैं, जबकि पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केंद्रीय गृह सचिव को पत्र लिखकर मलिक नैनीताल जिले के बनभूलपुरा में मलिक का बगीचा क्षेत्र में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की चार अतिरिक्त कंपनियां तैनात करने की मांग की है। pic.twitter.com/hdcyHgzXMS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 10, 2024
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में 8 फरवरी को हुई हिंसा को लेकर नैनीताल स्थानीय खुफिया इकाई (LIU) ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की आशंका जताई थी. कहा गया था कि अगर बनभूलपुरा में अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया जाता है तो इलाके में हिंसा भड़क सकती है. 2 फरवरी को LIU ने जिला मजिस्ट्रेट वंदना सिंह और सीनियर एसपी प्रह्लाद मीणा को एक चिट्ठी भेजकर विरोध प्रदर्शन की संभावना के बारे में चेतावनी दी गई थी.
रिपोर्ट में कहा गया कि अगर प्रशासन उक्त मस्जिद और मदरसे पर बुलडोजर कार्रवाई करता है, तो विरोध की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. LIU की ओर से सुझाव में कहा गया था कि सुबह के समय अतिक्रमण हटाना बेहतर होगा, क्योंकि सुबह लोगों का कम आना-जाना होता है. साथ ही ड्रोन से वीडियोग्राफी की भी सलाह दी गई थी, ताकि मसदसा और मस्जिद स्थल के आसपास के घरों की छतों पर रखे सामान और एकत्र लोगों को पहले ही देखा जा सके. घटनास्थल से जुड़ने वाले सभी संपर्क मार्गों पर बैरिकेडिंग कर पुलिस व पीएसी की तैनाती की भी सलाह दी गई थी.