Gujarat Mysterious Fever: बाढ़ और बरिश के बाद 'रहस्यमयी बुखार' का कहर, गुजरात में 4 दिनों में 12 लोगों की मौत
Gujarat Mysterious Fever: भारी बारिश और बाढ़ के बाद, कच्छ के लखपत तालुका के छह गांवों में अज्ञात बुखार से 12 लोगों की मौत की खबर है. ये मौतें 3 से 9 सितंबर के बीच हुईं. कारण की जांच के लिए अतिरिक्त स्वास्थ्य संसाधन भेजे गए हैं, साथ ही विशेष स्वास्थ्य टीमें और क्विक रिस्पॉन्स यूनिट्स तैनात की गई हैं.
Gujarat Mysterious Fever: भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित कच्छ के लखपत तालुका के छह गांवों में चार दिनों में 12 लोगों की मौत के बाद गुजरात सरकार ने इस क्षेत्र में अतिरिक्त स्वास्थ्य सेवा संसाधन भेजने का फैसला किया है. चूंकि ये मौतें जानवरों को पालने वाले एक विशेष समुदाय में हुई हैं, इसलिए पशुपालन विभाग की टीम को भी पशुओं से किसी तरह के संक्रमण की संभावना को खत्म करने के लिए लगाया गया है.
कच्छ कलेक्टर अमित अरोड़ा ने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में विशेष स्वास्थ्य दल भेजे गए हैं. प्रभावित लोगों में मुख्य रूप से इन्फ्लूएंजा जैसे और न्यूमोनाइटिस के लक्षण दिखाई देते हैं. ओपीडी मामलों से निपटने के लिए सीएचसी में अधिक डॉक्टरों को तैनात किया गया है.
राजकोट से रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) के साथ-साथ महामारी विज्ञानियों आदि की आरआरटी को भी तैनात किया गया है. पंढरो सीट से कच्छ जिला पंचायत की सदस्य मीनाबा जडेजा ने एक पत्र में दावा किया कि 3 से 9 सितंबर के बीच बेखड़ा, संधरो, मोरगर और भरवंध गांवों में बुखार के कारण 5-50 आयु वर्ग के 12 लोगों की मौत हो गई.
कलेक्टर अरोड़ा ने बाद में टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि जिला पंचायत सदस्य की सूची में 12 मौतों में से 10 निमोनिया से हुई थीं. हमें राजकोट आरआरटी से इनमें से पांच मौतों की पुष्टि मिली है, जबकि पांच की रिपोर्ट का इंतजार है.
पीड़िता को भुज जनरल अस्पताल में कराया भर्ती
लखपत पंचायत के पूर्व सदस्य हुसैन रायमा ने कहा कि बुखार से पीड़ित लोगों को पहले एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर दयापार सीएचसी और अंत में भुज जनरल अस्पताल ले जाया गया. एक मरीज को अहमदाबाद ले जाया गया, जिसकी मौत हो गई. इलाके के निवासियों ने कहा कि मरीजों को बुखार, सर्दी, खांसी, निमोनिया था और उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. एक अन्य जिला पंचायत सदस्य ममद जंग जाट ने कहा कि डॉक्टर बीमारी का सही निदान नहीं कर पाए हैं.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने एक इंटरव्यू में कहा कि पिछले चार दिनों में 12 मौतें हुई हैं और स्वास्थ्य विभाग ने राजकोट पीडीयू मेडिकल कॉलेज और भुज में गुजरात अदानी मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों की एक टीम को मौके पर भेजा है. पटेल ने कहा कि मौके पर निगरानी करने के बाद दो दिनों के भीतर राज्य सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी जाएगी. रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद, हमें पता चलेगा कि मौतें कैसे हुईं और इसके लिए आवश्यक उपाय किए जाएंगे.
Also Read
- 'चांद के गहरे राज, 250 से ज्यादा भूकंप! पथरीली जमीन,' चंद्रयान-3 ने सुलझाई, अनसुलझाई पहेलियां
- Odisha Woman Misdeed: ओडिशा के खाली पड़े मकान में कई महीनों तक महिला से दरिंदगी, अब पीड़िता 7 महीने की प्रेग्नेंट; 4 आरोपी दबोचे
- Cow Slaughter Man Lynching: 'देश-दुनिया के कई हिस्सों में लोग मांस खाते हैं', गाय और मॉब लिंचिंग पर RSS नेता की अपील