Aarti at Vasudev Ghat: राष्ट्रीय राजधानी के वासुदेव घाट पर मंगलवार को यमुना नदी की भव्य संध्या आरती का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए. दीयों से सजे घाट ने मनमोहक दृश्य प्रस्तुत किया, जहां लोगों ने यमुना के पुनर्जीवन और स्वच्छता के लिए प्रार्थना की.
इस भव्य आयोजन के दौरान वासुदेव घाट को दीयों और फूलों से सजाया गया, जिससे पूरा क्षेत्र आध्यात्मिक आभा से आलोकित हो गया. श्रद्धालुओं ने आरती और भजन-कीर्तन के माध्यम से यमुना नदी के कायाकल्प के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. आयोजन में शामिल एक भक्त ने कहा, “यह नजारा अलौकिक है, ऐसा लगता है मानो यमुना में फिर से पवित्रता लौट आई हो.”
योगियों का शासन शुरू होने वाला है: सुरेंद्र गुप्ता
विश्व हिंदू परिषद के दिल्ली प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने इस अवसर पर कहा, “मेरा मानना है कि दिल्ली के इंद्रप्रस्थ बनने का समय आ गया है. योगियों का शासन शुरू होने वाला है और मैं माननीय उपराज्यपाल का आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिनके प्रयासों से यह संभव हो पाया है.” गुप्ता ने यह भी कहा कि यमुना की सफाई और पुनर्जीवन के लिए उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के निर्देश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता ने इस प्रयास को गति दी है.
यमुना सफाई अभियान में तेजी
उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने अधिकारियों को यमुना की सफाई में तेजी लाने का निर्देश दिया है। इस अभियान के तहत खरपतवार निकालने वाली मशीनें और ड्रेजर पहले ही घाट पर सक्रिय हैं. अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में यमुना के 57 किलोमीटर लंबे हिस्से को पूरी तरह से स्वच्छ करने की योजना बनाई गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भाजपा की जीत के जश्न के दौरान यमुना के पुराने गौरव को लौटाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई थी.
यमुना पुनर्जीवन की ओर एक कदम
यह आयोजन न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान था, बल्कि यमुना के पुनर्जागरण की दिशा में एक सामूहिक प्रयास भी था. संध्या आरती के माध्यम से यमुना की पवित्रता और स्वच्छता के लिए समर्पण और आस्था का अनूठा संगम देखा गया.