सरकारें आती-जाती रहती हैं, दोस्ती बनी रहती है: आदित्य ठाकरे ने केजरीवाल से मुलाकात के बाद कहा

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता आदित्य ठाकरे ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की. उन्होंने इसे एक दोस्ताना भेंट बताया और साथ ही चुनाव संबंधी अनियमितताओं पर भी अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की.

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता आदित्य ठाकरे ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की. उन्होंने इसे एक दोस्ताना भेंट बताया और साथ ही चुनाव संबंधी अनियमितताओं पर भी अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की.

मुलाकात के बाद आदित्य ठाकरे ने कहा, "सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन रिश्ते बरकरार रहते हैं. हमने दोस्त होने के नाते केजरीवाल से मुलाकात की. हालांकि, हमारा लोकतंत्र स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं है. चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं हैं."

इस मुलाकात के दौरान ठाकरे के साथ शिवसेना (उबाठा) के वरिष्ठ नेता संजय राउत, प्रियंका चतुर्वेदी और अन्य प्रमुख नेता भी मौजूद थे. नेताओं ने दिल्ली में हुए हालिया विधानसभा चुनाव और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के भविष्य को लेकर विचार-विमर्श किया.

दिल्ली चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत:

दिल्ली में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि आम आदमी पार्टी को केवल 22 सीटों पर संतोष करना पड़ा.

कांग्रेस, शिवसेना (उबाठा) और ‘आप’ विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सदस्य हैं, जिसका गठन पिछले लोकसभा चुनावों से पहले हुआ था.

निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप:

आदित्य ठाकरे ने निर्वाचन आयोग (ईसी) पर भी गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, हरियाणा, ओडिशा और दिल्ली समेत कई राज्यों में मतदाता सूचियों में बड़े पैमाने पर हेरफेर की गई है.

उन्होंने कहा, "निर्वाचन आयोग ने लोगों से वोट देने का अधिकार छीन लिया है. वह इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए भी तैयार नहीं है."

विपक्ष उठाएगा मुद्दा:

ठाकरे ने जोर देकर कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव देश के लिए बेहद जरूरी हैं और विपक्ष इस मामले को औपचारिक रूप से उठाएगा.