दो बार लगातार केरल के वायनाड से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद राहुल गांधी बुधवार को अपने क्षेत्र की जनता पास पहुंचे. एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गंधी ने जनता आभार जताया. अपने भाषण में राहुल गांधी ने कहा कि मैं दुविधा में हूं, क्या चुनूं, रायबरेली या वायनाड? राहुल गांधी के सवाल का जनता ने जवाब दिया. भीड़ से वायनाड की आवाज आई. दरअसल, इस लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने यूपी की रायबरेली और केरल की वायनाड सीट से दर्ज की है.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपसे वादा करता हूं कि मेरे फैसले से वायनाड और रायबरेली दोनों खुश होंगे. आपको समर्थन के लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूं. मैं जल्द आपसे मिलने आऊंगा. राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के रायबरेली लोकसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह को 3,90,030 मतों के अंतर से हराया था. वहीं, वायनाड में राहुल गांधी ने माकपा की एनी राजा को हराया है. राहुल इससे पहले 2014 में भी वायनाड और यूपी की अमेठी सीट से चुनाव लड़े थे. हालांकि, वो अमेठी में हार गए थे और वायनाड की जनता ने उन्हें सांसद बनाया था.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपके पास समर्थन के लिए आभार जताने आया हूं. मैं फिर जल्द ही आपसे मिलूंगा. राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी ने 400 पार का नारा दिया था आपने सुना होगा. फिर वो नारा गायब हो गया. 370 का नया नारा आया फिर वो भी गायब हो गया. बाद में उन्होंने कहा कि मुझे परमात्मा ने इस धरती पर भेजा है. मोदी जी के पास एक अजीब परमात्मा है. उनका परमात्मा उन्हें अडानी जी और अंबानी के पक्ष में सभी निर्णय लेने पर मजबूर करते हैं. परमात्मा कहते हैं कि बॉम्बे एयरपोर्ट अडानी जी को दे दो.
राहुल गांधी ने कहा कि इस चुनाव में नफरत को प्यार ने हराया है. हमने अहंकार को हरा दिया. पीएम मोदी वाराणसी से हारते-हारते बच गए. आयोध्या में बीजेपी हार गई. ये आयोध्या के लोगों का संदेश है कि हम हिंसा और नफरत का समर्थन नहीं करते. उन्होंने कहा कि इस बार दिल्ली में बनी सरकार एक अपंग सरकार है. विपक्ष ने बीजेपी को बड़ा झटका दिया है. आप देखेंगे कि नरेंद्र मोदी का रवैया भी बदलेगा. क्योंकि भारत के लोगों ने उन्हें एक संदेश भेजा है.
राहुल गांधी ने कहा कि देश की परंपरा और इतिहास की रक्षा संविधान करता है. उन्होंने कहा कि अगर संविधान खत्म हो गया था तो यहां आने वाले लोग कहेंगे कि वो मलयालम को नहीं सुनना चाहते,न ही यहां के खाने और यहां की परंपरा को मानेंगे हैं. पीएम और शाह के पास राजनीतिक पावर था. उनके पास ईडी, सीबीआई, आईटी जिससे वो लोगों पर हुक्म चलाते थे. लेकिन केरल, उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश की जनता ने उन्हें बता दिया कि वो किसी पर हुक्म नहीं चला सकते.
राहुल गांधी के सामने अब ये संकट है कि वह रायबरेली और वायनाड में से किस सीट को छोड़ेंगे. नियम के अनुसार राहुल गांधी को एक सीट छोड़नी पड़ेगी. रायबरेली की सीट कांग्रेस की पारंपरिक सीट मानी जाती है तो वहीं वायनाड की सीट से पिछली बार राहुल गांधी संसद पहुंचे थे. फिलहाल, राहुल जिस सीट से इस्तीफा देंगे.