GOAT Problem: पिछले कुछ दिनों से राजस्थान के बाड़मेर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान दुविधा में हैं कि वे उन 300 पाकिस्तानी बकरियों से कैसे निपटें जो भारतीय सीमा में घुस आई हैं. सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, ये बकरियां 20 जुलाई को भारत और पाकिस्तान के बीच अंतर्राष्ट्रीय सीमा बनाने वाली बाड़ में भारतीय क्षेत्र में घुस आई थीं.
हालांकि बीएसएफ ने सीमा पर अपनी सतर्कता बढ़ा दी है और पाकिस्तान रेंजर्स (देश की सीमाओं की रक्षा करने वाला अर्धसैनिक बल) से संपर्क किया है, लेकिन दूसरी तरफ के अधिकारियों ने बकरियों को वापस लेने के कोई संकेत नहीं दिखाए हैं, ऐसा पता चला है. ऐसे में पाकिस्तानी रेंजर्स की ओर से किसी साजिश का बू आती है.
बीएसएफ के एक जवान ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, "हमने पहले भी पाकिस्तान रेंजर्स से शिकायत की थी कि चरवाहे अपनी बकरियां सीमा के पास चराते हैं, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. हाल ही में बकरियां बाड़ में एक दरार के जरिए सीमा पार कर गईं. उन्होंने आगे बताया कि फिलहाल बीएसएफ कुछ ग्रामीणों की मदद से बकरियों की देखभाल कर रही है.
बल ने इस कार्य में सहायता के लिए गैर-सरकारी संगठनों को भी शामिल करने का असफल प्रयास किया. इससे बीएसएफ असमंजस में पड़ गई है कि आखिर बकरियों का क्या किया जाए? सूत्रों के अनुसार, बल एक बार फिर पाकिस्तान रेंजर्स से संपर्क करने की कोशिश करेगा ताकि उन्हें बकरियों को वापस लेने के लिए राजी किया जा सके.
पाकिस्तानी रेंजर्स की ओर से बकरियों को लेने से इनकार के बाद कस्टम विभाग की ओर से बताया गया कि ऐसा न होने पर बकरियों को उस जगह भेज दिया जाएगा जहां सीमा से जब्त सभी अवैध सामान जाते हैं. बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि इसके बाद विभाग बकरियों की नीलामी बाजार में करेगा.