Centre Issues Advisory of Mpox: दुनियाभर में बढ़ रहे मंकीपॉक्स (Mpox) के केसों को लेकर भारत सरकार सतर्क हो गई है. इस बीच केंद्र सरकार ने वैश्विक महामारी एमपॉक्स के मद्देनजर सोमवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक एडवाइजरी जारी की. एडवाइजरी में भारत में इस वायरस को फैलने से रोकने के निर्देश दिए गए हैं. केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में संदिग्ध एमपॉक्स मामलों की जांच, स्क्रीनिंग करने और संदिग्ध और पुष्ट रोगियों के लिए अस्पतालों में अलग इकाइयों की पहचान करने को कहा गया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनों को लिखे पत्र में उनसे सभी आवश्यक सावधानियां बरतने और जनता के बीच किसी भी तरह की अनावश्यक घबराहट को रोकने को कहा है. उन्होंने कहा कि मौजूदा प्रकोप में भारत में एमपॉक्स का कोई नया मामला सामने नहीं आया है और संदिग्ध मामलों में से किसी भी नमूने का परीक्षण सकारात्मक नहीं आया है. उन्होंने सतर्क रहने की आवश्यकता पर जोर दिया. स्वास्थ्य सचिव ने आगे कहा कि केंद्र लगातार विकसित हो रही स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है.
उन्होंने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा करने को कहा, विशेष रूप से स्वास्थ्य सुविधा स्तर पर, अस्पतालों में आइसोलेशन सुविधाओं की पहचान करने और ऐसी सुविधाओं पर आवश्यक रसद और प्रशिक्षित मानव संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया है.
पत्र में चंद्रा ने सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनों को एमपॉक्स के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने, यह कैसे फैलता है और निवारक उपाय करने तथा मामलों की समय पर रिपोर्ट करने की आवश्यकता के बारे में बताने का काम भी सौंपा है. स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि वर्तमान प्रकोप में भारत में एमपॉक्स का कोई नया मामला सामने नहीं आया है, और संदिग्ध मामलों में से किसी भी नमूने की जांच में कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आया है.
रविवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हाल ही में एमपॉक्स संक्रमण वाले देश से यात्रा करने वाले एक व्यक्ति को बीमारी का संदिग्ध मामला सामने आया है और उसके नमूने जांच के लिए एकत्र किए गए हैं. मंत्रालय ने कहा कि उस व्यक्ति को एक अस्पताल में रखा गया है फिलहाल चिंता का कोई कारण नहीं है.
चंद्रा ने पत्र में यह भी कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 14 अगस्त को एमपॉक्स के मौजूदा प्रकोप को अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (PHEIC) घोषित किया है. पिछले छह महीनों में डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में एमपॉक्स के मामले बढ़ रहे हैं. बुरुंडी, केन्या, रवांडा और युगांडा जैसे नए पूर्वी अफ्रीकी देशों से एमपॉक्स के मामलों के फैलने की सूचना मिली है.