menu-icon
India Daily

अब गाज़ियाबाद का नाम बदलने की तैयारी में योगी सरकार, प्रपोजल में शामिल हुए ये तीन Name

मंगलवार को नगर निगम ने बहुमत के साथ गाजियाबाद का नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. अब इस प्रस्ताव को सीएम योगी आदित्यनाथ के पास भेजा जाएगा.

auth-image
Edited By: Sagar Bhardwaj
ghaziabad

हाइलाइट्स

  • गाजियाबाद शहर का नाम बदलने की कवायद हुई तेज
  • नगर निगम ने तीन नए नामों का प्रस्ताव किया पास

Ghaziabad News: योगी आदित्यनाथ सरकार में उत्तर प्रदेश में शहरों के नाम बदलने की चल रही कवायद के मद्देनजर अब जिला 'गाजियाबाद' का भी नाम बदलने की प्रक्रिया तेज हो गई है. मंगलवार को नगर निगम ने बहुमत के साथ गाजियाबाद का नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नगर निगम के सिर्फ दो सदस्यों ने गाजियाबाद का नाम बदलने के प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया.

इन तीन नामों पर लगी मुहर

गाजियाबाद का नया नाम क्या होना चाहिए, बैठक में इसके लिए तीन नए नामों पर मुहर लगी जिनमें गजप्रस्थ, दूधेश्वर नाथ नगर या हरनंदीपुरम शामिल हैं. मामले की जानकारी देते हुए गाजियाबाद की मेयर सुनीता दयाल ने कहा कि कई लोग जिले का नाम बदलने की मांग कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बोर्ड से चर्चा के बाद अब इस प्रस्ताव को सीएम के पास भेजा जाएगा, मामले पर अंतिम फैसला सीएम को ही लेना है.

दूधेश्वर नाथ मंदिर के महंत ने बताया कैसे पड़ा शहर का नाम गाजियाबाद

इसी बीच दूधेश्वर नाथ मंदिर के महंत नारायण गिरी ने कहा कि पिछले महीने उनकी सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात हुई थी जिसमें उन्होंने भरोसा दिलाया था कि वे शहर का नाम बदलने के आवेदन पर विचार करेंगे.

गाजियाबाद का इतिहास बताते हुए उन्होंने कहा, 'कभी गाजियाबाद  गजप्रस्थ हुआ करता था लेकिन मुगल सम्राट अकबर के बहनोई गजुद्दीन ने इसका नाम बदलकर गाजियाबाद कर दिया था. हमारी पहली मांग ये है कि शहर का नाम बदलकर गज प्रस्थ, दूधेश्वर नाथ नगर और हरनंदीपुरम किया जाए. हमने सीएम से भी बात की थी और उन्हें ये तीन नाम सुझाए थे. उन्होंने हमें मामले पर विचार करने का भरोसा दिया था.'

'सीएम योगी शहर के पुराने समय के गौरव को करेंगे बहाल'

उन्होंने आगे कहा कि जिन नामों पर औपनिवेशिक काल या गुलामी का टैग है, आजादी के बाद उन नामों का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. महंत नारायण गिरी ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि नगर निगम ने यह प्रस्ताव पास किया. हमें पूरा विश्वास है कि योगी जी शहर के पुराने समय का गौरव बहाल करेंगे.