मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जब एक जर्मन शेफर्ड डॉग ने अपने मालिक को एक कथित बाघ के हमले से बचाते हुए अपनी जान गंवा दी. दरअसल, कुत्ते की अटूट वफादारी की यह घटना बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पास स्थित एक खेत में हुई.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भरहुट गांव के एक स्थानीय निवासी शिवम बरगैया ने कहा कि वह अपने जर्मन शेफर्ड के साथ अपने घर के बाहर जा रहे थे, तभी अचानक एक बाघ जंगल से निकलकर गांव में घुस आया. शिवम ने कहा, “बाघ अचानक मेरी ओर आ गया, लेकिन मेरा कुत्ता तुरंत भौंकने लगा और इसका सामना किया. उन्होंने दावा किया कि कुत्ते की अप्रत्याशित प्रतिक्रिया ने बाघ को चौंका दिया, जिससे वह कुछ पल के लिए रुक गया.
कुत्ते की बहादुरी और संघर्ष
इसके फौरन बाद बाघ ने अपना ध्यान कुत्ते पर केंद्रित किया और हमला कर दिया. अपनी मालिक को बचाने के लिए जर्मन शेफर्ड ने बाघ से संघर्ष करना शुरू कर दिया। बाघ ने कुत्ते को अपनी जबड़ों में पकड़ लिया और उसे जंगल की ओर खींचने लगा. हालांकि, थोड़ी देर की जद्दोजहद के बाद, बाघ ने थककर कुत्ते को छोड़ दिया और जंगल में वापस लौट गया. अपनी बहादुरी के बावजूद, कुत्ते को गंभीर चोटें आईं.
मालिक को बचाने में गई कुत्ते की जान
कुत्ते की बहादुरी ने उसकी जान तो बचाई, लेकिन उसे गंभीर चोटें आईं. शिवम ने तुरंत अपने कुत्ते को जिला मुख्यालय स्थित एक पशु चिकित्सक के पास ले जाकर इलाज कराया, लेकिन कुछ घंटों बाद कुत्ते की मौत हो गई.
गांववासियों ने जर्मन शेफर्ड डॉग की सराहना
ऐसे में स्थानीय गांव वाले कुत्ते के असाधारण साहस और वफादारी की प्रशंसा कर रहे हैं. बता दें कि, यह घटना न केवल कुत्ते की निस्वार्थ वफादारी को उजागर करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि जानवर भी अपने मालिक के लिए अपनी जान की परवाह नहीं करते.