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India Daily

जयपुर के कोचिंग सेंटर में गैस रिसाव, 10 छात्राएं हुईं बेहोश, अस्पताल में कराया गया भर्ती

कोचिंग सेंटर के एयर कंडीशनिंग सिस्टम से गैस का रिसाव हुआ, जिससे कमरे में एक अप्राकृतिक बदबू फैलने लगी. इस बदबू के कारण क्लास में मौजूद छात्राओं को चक्कर आने लगे और वे बेहोश हो गईं.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Gas Leakage In Jaipur Coaching Centre  Many Students Fainted

जयपुर में रविवार शाम को उत्कर्ष कोचिंग सेंटर में गैस लीकेज के कारण दस छात्राएं बेहोश हो गईं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह कोचिंग सेंटर जयपुर के रिद्धि-सिद्धि चौराहे के पास स्थित है.

गैस लीकेज से हुआ हादसा

रिपोर्ट्स के अनुसार, कोचिंग सेंटर के एयर कंडीशनिंग सिस्टम से गैस का रिसाव हुआ, जिससे कमरे में एक अप्राकृतिक बदबू फैलने लगी. इस बदबू के कारण क्लास में मौजूद छात्राओं को चक्कर आने लगे और वे बेहोश हो गईं. घटना करीब शाम 6.45 बजे की है, जब छात्राएं पढ़ाई में व्यस्त थीं और अचानक से कमरे में एक तीव्र गंध फैलने लगी. गंध बढ़ने के साथ ही, दस छात्राओं ने बेहोशी और उल्टी की शिकायत की.

कोचिंग सेंटर द्वारा तत्काल कार्रवाई
घटना के बाद, कोचिंग सेंटर के प्रबंधन ने तुरंत एंबुलेंस सेवा को बुलाया और सभी बेहोश छात्राओं को नजदीकी प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया. अस्पताल में भर्ती होने के बाद, छात्राओं की स्थिति स्थिर बताई जा रही है. अस्पताल सूत्रों के अनुसार, सभी छात्राएं खतरे से बाहर हैं और उनकी हालत सामान्य है.

छात्रों का विरोध और पुलिस से टकराव
घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद, कई छात्र नेताओं ने अस्पताल के बाहर एकत्रित होकर कोचिंग सेंटर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इनमें राजस्थान विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष निर्मल चौधरी भी शामिल थे. छात्र नेताओं का आरोप था कि कोचिंग सेंटर की लापरवाही के कारण यह घटना घटी. इस दौरान छात्र नेताओं और पुलिस के बीच टकराव भी हुआ, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई. इस संघर्ष के बाद, कुछ छात्र नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.

आगे की जांच और कार्रवाई
पुलिस और प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि गैस लीकेज की वजह से यह घटना कैसे हुई. कोचिंग सेंटर के अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है. इस घटना ने कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा मानकों की आवश्यकता को और भी उजागर कर दिया है, खासकर ऐसे संस्थानों में जहां बड़ी संख्या में छात्राएं और छात्र पढ़ाई के लिए एकत्र होते हैं.