G20 Virtual Summit 2023 PM Modi host meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो महीने बाद एक बार फिर जी20 सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे. लेकिन इस बार मीटिंग वर्चुअली होगी, जिसमें पुतिन, जस्टिन ट्रूडो समेत 9 देशों के चीफ और 11 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों शामिल हो सकते हैं. इजराइल-हमास जंग के बीच ग्लोबल लीडर्स की ये बड़ी बैठक है. कहा जा रहा है कि इस वर्चुअल मीटिंग में इजराइल-हमास जंग पर भी चर्चा होगी.
जी20 सदस्य देशों में शामिल अमेरिका और चीन के राष्ट्रपति इस वर्चुअल समिट में शामिल नहीं होंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन की जगह ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन शामिल होंगी, जबकि चीनी राष्ट्रपति की जगह चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग मीटिंग में मौजूद रहेंगे. बता दें कि दो महीने पहले दिल्ली में आयोजित जी-20 सम्मेलन के आखिरी दिन पीएम मोदी ने वर्चुअल समिट का प्रस्ताव रखा था. भारत की ओर से बुलाई गई जी-20 देशों की वर्चुअल मीटिंग में पुतिन के शामिल होने की पूरी संभावना है.
भारत और कनाडा के बीच राजनयिक गतिरोध के बाद ये पहली बार होगा, जब भारत-कनाडा का शीर्ष नेतृत्व एक मंच पर मौजूद रहेगा. जी20 वर्चुअल समिट की जब पीएम मोदी अध्यक्षता कर रहे होंगे, तब कनाडा के राष्ट्रपति जस्टिन ट्रूडो उनके सामने ऑनलाइन मौजूद रहेंगे. कहा जा रहा है कि वर्चुअल समिट में इजराइल हमास युद्ध पर भी चर्चा हो सकती है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत के शरेपा अमिताभ कांत ने कहा कि सितंबर में दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के बाद दुनिया में कई घटनाएं हुई हैं, नई चुनौतियां भी सामने आईं हैं. उन्होंने कहा कि हम मीटिंग में विकास के एजेंडे पर चर्चा करेंगे. वहीं, मीटिंग में किन मुद्दों पर चर्चा होगी, वाले सवाल पर भारतीय विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि ये पहले से तय करना उचित नहीं होगा.
बता दें कि 30 नवंबर 2023 तक भारत के पास जी20 की अध्यक्षता है. अब अगले एक साल के लिए ब्राजील जी20 देशों की अध्यक्षता करेगा. जी20 में शामिल देश, ग्लोबल जीडीपी में 85 फीसदी का नेतृत्व करते हैं. सदस्य देशों में भारत के अलावा, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, साउथ कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल है. बता दें कि सितंबर में नई दिल्ली में हुए जी20 सम्मेलन में अफ्रीकन यूनियन को नया सदस्य बनाया गया था.