इस समय देश में आम का सीजन चरम पर है. लोग बड़े चाव से खट्टे मीठे आम का स्वाद चख रहे हैं लेकिन फलों के राजा आम के साथ फल बेचने वाले और फल व्यापारी कुछ ऐसा झोल कर रहे हैं कि सरकार को अब चेतावनी जारी करनी पड़ी है.
कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल कर रहे फल विक्रेता
दरअसल फल विक्रेता और फल व्यापारी आम को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल कर रहे है, जबकि सरकार ने सरकार ने फलों को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन बावजूद इसके ये फल विक्रेता लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं.
सरकार ने जारी किया अलर्ट
अब सरकार ने कैल्शियम कार्बाइड के इस्तेमाल को लेकर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के खाद्य सुरक्षा विभागों को अलर्ट जारी किया है और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ FSS एक्ट 2006 के प्रावधानों के तहत कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है.
भारत आम का सबसे बड़ा निर्यात
बता दें कि भारत आम के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक है. कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में भारत ने 378.49 करोड़ रुपए के 22,963.756 मेट्रिक टन आम का निर्यात किया था.
कैल्शियम कार्बाइड के नुकसान
सरकार ने एक बयान जारी कर कहा कि कैल्शियम कार्बाइड, जो विशेष तौर पर आम जैसे फलों को पकाने में इस्तेमाल होता है वह एस्टिलीन गैस उत्सर्जित करता है जिसमें आर्सेनिक और फास्फोरस जैसे हानिकारक अंश होते हैं. लंबे समय तक इस पदार्थ के संपर्क में रहने से चक्कर आना, जी मिचलाना, उल्टी आना और त्वचा पर अल्सर समेत अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. सरकार ने कहा कि एस्टिलीन गैस इसका इस्तेमाल करने वाले लोगों के शरीर पर दुष्प्रभाव छोड़ती है, साथ ही फलों में भी हानिकारक विकीरण छोड़ती है.
एथिलीन गैस का इस्तेमाल सुरक्षित
कैल्शियम कार्बाइड के स्थान पर FSSAI एथिलीन गैस के इस्तेमाल को सुरक्षित बताया है. फलों को पकाने में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. सरकार ने अपने नोट में कहा कि किसी को भी कैल्शियम कार्बाइड को बेचने और फलों को पकाने के लिए इसका इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं है.
वहीं एथिलीन एक प्राकृतिक हार्मोन है तो एक नियंत्रित तापमान में फलों को पकाने का काम करती है. भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने फलों को पकाने के लिए एथिलीन के इस्तेमाल को सुरक्षित बताया है. सरकार ने लोगों से भी कैल्शियम कार्बाइड के अनुचित इस्तेमाल के बारे में सूचित करने की गुजारिश की है.