मातम में बदला होली का जश्न, महाराष्ट्र के बादलपुर में 10वीं कक्षा के 4 छात्र नदी में डूबे
ये सभी 15-16 साल के थे और बादलपुर के चमटोली इलाके में पॉड्डर ग्रुह कॉम्प्लेक्स के निवासी थे. अधिकारियों के मुताबिक, होली के जश्न के बाद ये छात्र नदी में नहाने या मौज-मस्ती करने गए थे. लेकिन अचानक नदी का जलस्तर बढ़ने से वे पानी की तेज धारा में बह गए.
होली का त्योहार जहां रंगों और खुशियों का प्रतीक है, वहीं महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बादलपुर में यह मातम में बदल गया. शुक्रवार को एक दुखद घटना में 10वीं कक्षा के चार छात्र उल्हास नदी में डूब गए. यह हादसा उस समय हुआ, जब ये छात्र होली मनाने के बाद नदी में गए और अचानक पानी का स्तर बढ़ने से बह गए.
कैसे हुआ हादसा
मृतक छात्रों की पहचान आर्यन मेदार (15), ओम सिंह तोमर (15), सिद्धार्थ सिंह (16) और आर्यन सिंह (16) के रूप में हुई है. ये सभी 15-16 साल के थे और बादलपुर के चमटोली इलाके में पॉड्डर ग्रुह कॉम्प्लेक्स के निवासी थे. अधिकारियों के मुताबिक, होली के जश्न के बाद ये छात्र नदी में नहाने या मौज-मस्ती करने गए थे. लेकिन अचानक नदी का जलस्तर बढ़ने से वे पानी की तेज धारा में बह गए.
शव बरामद, जांच शुरू
अधिकारी ने बताया, "चारों छात्रों के शव बरामद कर लिए गए हैं और उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए बादलपुर ग्रामीण अस्पताल भेज दिया गया है." इस घटना ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी. पुलिस ने मामले को दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. यह पता लगाया जा रहा है कि नदी में अचानक पानी बढ़ने का कारण क्या था और क्या इस हादसे को रोका जा सकता था.
घर में पसरा मातम
यह घटना उन परिवारों के लिए एक बड़ा आघात है, जिनके बच्चे इस हादसे का शिकार हुए. होली का त्योहार, जो खुशियों का मौका होता है, इन छात्रों के परिजनों के लिए दर्द और आंसुओं में बदल गया. स्थानीय लोगों ने भी इस हादसे पर गहरा दुख जताया है. यह घटना नदी किनारे सुरक्षा के मुद्दे पर भी सवाल उठाती है, खासकर तब जब लोग त्योहारों के दौरान नदियों और तालाबों के पास जाते हैं.