नई दिल्ली:नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह और सहआरोपी विनोद तोमर को महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने आज दो दिन की अंतिरम जमानत दे दी.
दोनों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने दाखिल की थी 1000 पन्नों की चार्जशीट
बता दें कि 15 जुलाई को दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण शरण सिंह और विनोद तोमर के खिलाफ 1000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें कई गवाहों, पीड़ितों और मामले से जुड़े लोगों के बयान थे. पुलिस ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 354, 354A, 354D, 506 (भाग 1) और 109 के तहत मामला दर्ज किया था. तमाम दलीलें सुनने और संलग्न दस्तावेजों के साथ पुलिस रिपोर्ट पर विचार करने के बाद कोर्ट ने बृजभूषण सिंह को समन जारी किया था.
कोर्ट ने बृजभूषण को 20 जुलाई तक अंतरिम जमानत दी है, कोर्ट ने कहा कि वह 20 जुलाई को नियमित जमानत पर बहस सुनने के बाद निर्णय लेगा. दोनों आरोपियों को 25 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दी गई है. महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न में मामले में मंगलवार को सुनवाई हुई थी.
बृजभूषण सिंह पर क्या हैं आरोप
बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों ने ये गंभीर आरोप लगाए हैं.
. सांस चेक करने के बहाने छुआ, इलाज पर खर्च के बहाने सेक्सुअल फेवर मांगा.
. फोटो खिंचवाने का विरोध करने पर कंपटीशन न खिलाने की धमकी दी.
. स्ट्रेचिंग-वार्मअप के दौरान बृजभूषण ने सांस चेक करने के बहाने छाती पर हाथ रखा.
. फोटो खिंचवाने के बहाने कंधे पर हाथ रखा, कंधा पकड़ा और ट्रायल के बहाने धमकाया.
. सांच चेक करने के बहाने छाती-पेट पर हाथ रखा और मैच हारने पर बहाने से कसकर गले लगाया.
सिंह के खिलाफ मिले सबूत
बृजभूषण सिंह के खिलाफ करीब 7 गवाह मिले हैं, वहीं यौन शोषण वाली जगह पर बृजभूषण की मौजूदगी के भी सबूत मिले हैं. चार्जशीट की पहली सुनवाई पर कोर्ट ने इसे एमपी-एमएलए कोर्ट में ट्रांसफर किया था. सोमवार को कोर्ट ने दिल्ली पुलिस की चार्जशीट की एक कॉपी शिकायतकर्ता पहलवानों को देने के आदेश दिये थे.
पहलवानों ने बृजभूषण पर लगाए थे यौन उत्पीड़न के आरोप
बता दें कि साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और संगीता फोगाट समेत भारत के कई ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता पहलवानों ने हाल ही में नई दिल्ली में बृज भूषण सिंह पर नाबालिग पहलवानों समेत महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया था और उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी.
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