Ranchi News: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता चंपई सोरेन शुक्रवार को अपने समर्थकों के साथ बीजेपा में शामिल हो गए. रांची में एक कार्यक्रम के दौरान चंपई सोरेन ने बीजेपी की सदस्यता दी. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीजेपी में चंपई सोरेन का स्वागत किया. इस दौरान असम के सीएम हेमंत बिस्वा सरमा भी मौजूद थे.
जेएमएम के संस्थापक शिबू सोरेन के बेहद करीबियों में शामिल रहे चंपनी ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. अपने स्तीफे में चंपई ने लिखा था, 'मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे जेएमएम से इस्तीफा देना पड़ेगा. यह पार्टी मेरे लिए मेरे परिवार की तरह थी...पिछली कुछ घटनाओं ने मुझे बड़े दुख के साथ यह कदम उठाने पर मजबूर किया...मुझे बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि पार्टी अपने सिद्धांत से भटक गई है.'
VIDEO | Union Minister Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) welcomes former JMM leader Champai Soren (@ChampaiSoren) as the latter joins BJP along with his supporters at an event in Ranchi. #ChampaiSoren pic.twitter.com/iOeChJifFX
— Press Trust of India (@PTI_News) August 30, 2024
अलग झारखंड राज्य आंदोलन के प्रमुख नेता, पूर्व मुख्यमंत्री श्री @ChampaiSoren जी का भारतीय जनता पार्टी में हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) August 30, 2024
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में झारखंड राज्य के सर्वांगीण विकास, आदिवासी समाज के उत्थान तथा घुसपैठ के रोकथाम में… pic.twitter.com/G8zHWoLrEp
राज्य के 26 प्रतिशत वोट पर बीजेपी की नजर
चंपई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने को बीजेपी के लिए एक बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है जो झारकंड के आदिवासी इलाके में पैर जमाने की कोशिश कर रही है जहां अनुसूचित जाति के लगभग 26 प्रतिशत मतदाता है.
किस बात से नाराज थे चंपई
बता दें कि 31 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किए जाने और उनके इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया गया था, लेकिन जब को 28 जून को जमानत मिली तो उन्होंने चंपई सोरेन को सीएम पद से हटा दिया और खुद मुख्यमंत्री बन गए जबकि ऐसा कहा जा रहा था कि चंपई चाहते थे कि विधानसभा चुनावों तक उन्हें ही मुख्यमंत्री बने रहने दिया जाए. इस बात से नाराज होकर चंपई ने बीजेपी का दामन थाम लिया.
JMM के बड़े नेताओं में होती थी चंपई की गिनती
चंपई की गिनती जेएमएम के बड़े नेताओं में होती थी. वह जब से विधानसभा का चुनाव लड़े केवल एक बार हारे. चंपई का साथ आने बीजेपी के लिए कितना फायदेमंद साबित होगा यह तो विधानसभा चुनाव के बाद ही पता चलेगा.