भारत के पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) नवीन चावला का 79 वर्ष की आयु में शनिवार को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया. उनका निधन ब्रेन सर्जरी के बाद आई जटिलताओं के कारण हुआ. चावला का निधन भारतीय निर्वाचन प्रणाली के लिए एक बड़ी क्षति है.
नवीन चावला का करियर
नवीन चावला भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी थे और उनका एक लंबा करियर था. वह 2005 से 2009 तक निर्वाचन आयुक्त के रूप में कार्यरत रहे, जिसके बाद उन्होंने 2009 में भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रूप में कार्यभार संभाला. उन्होंने जुलाई 2010 तक इस पद पर अपनी सेवाएं दीं. चावला की भूमिका भारतीय चुनावों को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने में महत्वपूर्ण थी.
पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त एस.वाई. कुरीशि ने बताया कि उन्होंने चावला से लगभग दस दिन पहले मुलाकात की थी. इस मुलाकात में चावला ने उन्हें अपनी आगामी ब्रेन सर्जरी के बारे में बताया था. कुरीशि ने कहा, "वह अपनी अंतिम मुलाकात में खुशमिजाज थे. यह सुनकर दुख हुआ कि वह अब हमारे बीच नहीं रहे." कुरीशि ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर चावला के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, "श्री नवीन चावला, भारत के पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त, के निधन की सूचना दुखद है. उनकी आत्मा को शांति मिले."
चावला के निधन की पुष्टि निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने भी की. उनके निधन के समाचार ने पूरे देश में शोक की लहर फैलाई है. चावला ने भारतीय चुनाव प्रणाली को सशक्त और विश्वसनीय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
नवीन चावला का निर्वाचन आयोग में योगदान अतुलनीय था. उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान चुनावों के संचालन में पारदर्शिता और निष्पक्षता को बढ़ावा दिया. उनके नेतृत्व में निर्वाचन आयोग ने कई महत्वपूर्ण सुधार किए, जो भारतीय चुनावों को और अधिक प्रभावी और विश्वसनीय बना सके.
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