Republic Day: पहली बार तीनों सेनाओं की महिला टुकड़ी होगी गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा, जानें इस बार और क्या होगा खास

इस बार कर्तव्य पथ पर आपको लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ-साथ भारत की नारी शक्ति का भव्य प्रदर्शन देखने को मिलेगा. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इस भव्य समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे.

Sagar Bhardwaj

75th Republic Day: भारत में 75वें गणतंत्र दिवस की सुबह हो चुकी है. अब से कुछ ही देर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कर्तव्य पथ पर 90 मिनट की परेड के दौरान देश की बढ़ती सैन्य शक्ति और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के भव्य दर्शन कराएंगी. इस बार कर्तव्य पथ पर आपको लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ-साथ भारत की नारी शक्ति का भव्य प्रदर्शन देखने को मिलेगा. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इस भव्य समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे.

पहली बार तीनों सेनाओं से महिला टुकड़ी होगी शामिल 

कर्तव्य पथ पर होने वाली परेड में सशस्त्र बल परेड में मिसाइलों, ड्रोन जैमर, निगरानी प्रणाली, वाहन पर लगे मोर्टार और बीएमपी-द्वितीय पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों  जैसे घरेलू हथियारों और सैन्य उपकरणों की एक श्रृंखला प्रदर्शित करेंगे.तीनों  सेनाओं की महिला टुकड़ी पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेगी. पिछले साल पहली बार आर्टिलरी रेजिमेंट में नियुक्त हुईं 10 महिला अधिकारियों में शामिल लेफ्टिनेंट दीप्ति राणा और प्रियंका सेवदा परेड में स्वाति हथियार का पता लगाने वाले रडार और पिनाक रॉकेट सिस्टम का नेतृत्व करेंगी, जोकि एक ऐतिहासिक पल होगा.

इस बार सैन्य बैंड से नहीं होगी परेड की शुरुआत
परेड की शुरुआत पहली बार सैन्य बैंड के बजाय 100 से अधिक महिला कलाकारों द्वारा शंख, नादस्वरम, नगाड़ा जैसे भारतीय संगीत  वाद्ययंत्र बजाने से होगी. भारतीय वायु सेना के फ्लाई-पास्ट के दौरान लगभर 15 महिला पायलट भी नारी शक्ति का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने जौहर दिखाएंगी. यही नहीं केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की टुकड़ियों में भी इस बार केवल महिला कर्मी ही शामिल होंगी. गणतंत्र दिवस परेड सुबह 10:30 बजे शुरू होगी और लगभग 90 मिनट तक चलेगी.

पारंपरिक बग्गी से समारोह स्थल पर पहुंचेंगे पीएम मोदी
समारोह की शुरुआत पीएम मोदी की राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की यात्रा से होगी. यहां पीएम मोदी सर्वप्रथम शहीदों को पुष्प अर्पित करेंगे. कुछ मिनटों के बाद राष्ट्रपति मुर्मू और उनके फ्रांसीसी समकक्ष मैक्रों पारंपरिक बग्गी में पहुंचेंगे. यह 40 साल पुरानी परंपरा एक बार फिर से जीवंत होती हुई दिखाई देगी.

6 भारतीय फ्रांसीसी मार्चिंग दल का होंगे हिस्सा
स्वदेशी बंदूक प्रणाली 105-एमएम इंडियन फील्ड गन के साथ दी जाने वाली 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान के बाद राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा.

105 हेलीकॉप्टर यूनिट के चार MI-17 IV हेलीकॉप्टर कर्तव्य पथ पर उपस्थित दर्शकों पर फूलों की वर्षा करेंगी.  इसके बाद 'आवाहन' नामक बैंड प्रस्तुति होगी जिसमें 100 से अधिक महिला कलाकार विभिन्न प्रकार के ताल वाद्ययंत्र बजाते हुए शामिल होंगी. इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मू के सलामी लेने के साथ ही परेड शुरू होगी. दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिग लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार परेड की कमान संभालेंगे.

कर्तव्य पथ फ्रांसीसी सशस्त्र बलों के संयुक्त बैंड और मार्चिंग दस्ते के मार्च पास्ट का गवाह बनेगा. इस 30 सदस्यीय बैंड दल का नेतृत्व कैप्ट खोर्दा करेंगे और उनके पीछे फ्रांस से 90 सदस्यीय मार्चिंग दस्ता होगा. 6 भारतीय फ्रांसीसी मार्चिंग दल का हिस्सा होंगे.

समारोह का समापन भारतीय वायुसेना के 46 विमानों के फ्लाईपास्ट के साथ होगा. वायु सेना के इस बेड़े में  29 लड़ाकू विमान, सात परिवहन विमान, 9 हेलीकॉप्टर और एक हेरिटेज विमान शामिल होंगे.