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गुजरात के बाद आंध्र-तेलंगाना झेल रहा कुदरती मार, पीएम मोदी ने दोनों प्रदेश का लिया जायजा

आंध्र-तेलंगाना में बारिश से बाढ़ जैसे हालात बने हुए है. यहां बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है. खबर है कि इस कारण यहां कई लोगों की मौत भी हो गई है, वहीं कई लोगों का रेस्क्यू किया गया है. प्रदेश में बिगड़ते हालात को देखते हुए पीएम मोदी और अमित शाह ने दोनों सीएम से फोन पर बात कर स

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Edited By: India Daily Live
Chandrababu Naidu
Courtesy: Social Media

तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में मूसलाधार बारिश के बाद यहां की स्थिति काफी खराब है. बारिश के कारण कई लोगों की यहां मौत भी हो गई. भारी बारिश से पूरे इलाके में बाढ़ जैसे स्थिति है. सड़क और रेल यातायात सब बाधित हो गया है. वहीं भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी दी है कि इन दोनों ही राज्यों के कई जिलों में बारिश होने की संभावना है.

दोनों ही प्रदेश में बिगड़ते हालात को देखते हुए पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी से बात की और उन्हें केंद्र सरकारी की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है.

तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने की इमरजेंसी बैठक

कल यानी रविवार को तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने एक इमरजेंसी बैठक की है. इस बीच हैदराबाद में भी भारी बारिश हुई, जिससे शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया है. यहां प्रशासन ने आज यानी 2 सितंबर को जिले के सभी स्कूलों को बंद कर दिया है. कई लोग अपने घर के छतों पर फंसे हुए हैं.तेलंगाना में कुछ जिलों में स्थिति और खराब हो सकती ह. मौसम विभाग ने रविवार को तेलंगाना के कई हिस्सों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है.

आज फिर है बारिश की संभावना

आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में भी बारिश की संभावना जताई जा रही है. प्रदेश की हालात पर चंद्रबाबू नायडू ने कहा, विजयवाड़ा और गुंटूर शहर पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. भारी बारिश के कारण यहां का राजमार्ग में बाधित है. फिलहाल 17000 लोगों को 107 राहत शिविरों में पहुंचाया गया है. चंद्रबाबू नायडू बताया कि 1.1 लाख हेक्टेयर कृषि क्षेत्र और 7,360 हेक्टेयर बागवानी क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है.

पीएम मोदी और गृह मंत्री ने की दोनों सीएम से बात

बता दें कि केंद्र सरकार ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में बाढ़ राहत और बचाव कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 26 टीमें तैनात की हैं. दोनों पड़ोसी राज्यों में 12 टीमें पहले से ही तैनात हैं, जबकि 14 और टीमें भेजी जा रही हैं.