C 295 Aircraft: इंडियन एयरफोर्स का पहला C-295 परिवहन विमान स्पेन से उड़ान भरकर बुधवार को वडोदरा के वायु सेना स्टेशन पर लैंड कर गया. भारतीय वायु सेना (IAF) के अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 25 सितंबर को गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर आयोजित एक समारोह में इस विमान को औपचारिक रूप से भारतीय वायु सेना को समर्पित करेंगे.
बता दें कि भारत ने साल 2021 में एयरबस के साथ एक समझौता किया था जिसके तहत एयरबस भारत को कुल 56 C-295 परिवहन विमान सौंपेगी, जिनमें से 40 विमानों का निर्माण टाटा-एयरबस कंपनियों द्वारा संयुक्त रूप से भारत में ही किया जाएगा.
सी-295 विमानों को टेकऑफ करने के लिए केवल 844 से 934 मीटर लंबे रनवे की जरूरत होती है. वहीं इसे लैंड करने के लिए मात्र 420 मीटर रनवे की ही जरूरत होगी.
इसके अलावा इस विमान में 6 हाईपॉइंट्स रहने वाले हैं, जिसकी वजह से इसमें हथियार लगाने की अलग जगह मौजूद रहेगी.
The IAF's first C-295 MW aircraft landed in Vadodara today. The aircraft would be handed over to the IAF in a formal ceremony on 25 September 2023 at AF Stn Hindan by the Honourable Raksha Mantri Shri Rajnath Singh: Indian Air Force pic.twitter.com/a0B18VWYS1
— ANI (@ANI) September 20, 2023
यह विमान लगातार 11 घंटे तक उड़ान भरने में सक्षम है, इसके अलावा इसमें हवा में ही ईंधन भरा जा सकता है. यह पहाड़ी इलाकों में भी आसानी से लैंड कर सकता है. सी-295 विमान 9250 किलो तक वजन उठाने में सक्षम है.
इस विमान में दो इंजन लगे हुए है, जिनकी मदद से विमान को 482 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ाया जा सकता है. एक इंजन की मदद से विमान को 13 हजार 533 फीट की ऊंचाई तक उड़ाया जा सकता है वहीं दोनों इंजन की मदद से यह 30 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान फर सकता है.
देश के दुर्गम सीमाई इलाकों में सेना तक रसद पहुंचाने के लिए इन विमानों का इस्तेमाल किया जायेगा.
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