नई दिल्ली: कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई में टिकट बंटवारे को लेकर बगावत तेज हो चली है. टिकट के कई दावेदारों टिकट बंटवारे को लेकर अपनी-अपनी नराजगी जाहिर करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उम्मीदवार बदलने की मांग को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ के आवास के बाहर प्रदर्शन किया मांग की कि नर्मदापुरम, सिवनी मालवा और रामपुर बाघेलान विधानसभा सीटों पर घोषित उम्मीदवारों को बदला जाए. कार्यकर्ताओं ने यह भी दावा किया कि अगर उम्मीदवार नहीं बदले गए तो आगामी चुनाव में कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ेगा.
कांग्रेस पार्टी के एक कार्यकर्ता ओमकार चौधरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा "इसे विरोध मत समझिए. हम सभी कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं और कांग्रेस विचारधारा से हैं. जिस तरह से टिकट वितरित किए गए हैं, उससे लगता है कि उन्होंने गलत उम्मीदवारों को चुना है. पार्टी गिरजा शंकर शर्मा को नर्मदापुरम सीट से टिकट दिया है और पूरा जिला इसका विरोध कर रहा है क्योंकि इसे परिवारवाद के नजरिये से देखा जा रहा है. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता विधानसभा का दौरा कर चुके हैं और उस वक्त कहा गया था कि जमीनी नेता को देखते हुए टिकट के लिए सर्वे कराया जाएगा. अगर सर्वे के आधार पर सेक्शन करना था तो हमें लगता है कि उसमें चंद्र गोपाल मलैया का नाम होना चाहिए क्योंकि उन्होंने अपना पूरा जीवन पार्टी के लिए समर्पित कर दिया है. अब, हम मांग करते हैं कि उम्मीदवार बदला जाना चाहिए"
#WATCH | A party worker Omkar Chaudhary says, "Don't consider this a protest. We are all the workers of Congress and belong to Congress ideology. Going by the manner in which tickets have been distributed, they have chosen the wrong candidates...We demand that the candidates be… pic.twitter.com/QTqOaiqaz6
— ANI (@ANI) October 23, 2023
गिरजा शंकर शर्मा के भाई सीतासरन शर्मा इसी सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों भाई एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं और पूरे निर्वाचन क्षेत्र के लोग शर्मा परिवार के खिलाफ हैं. कोई भी उनके समर्थन में नहीं है. गिरजा शंकर खुद हाल ही में BJP छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं.
कांग्रेस की बगावत को लेकर प्रदेश प्रवक्ता अब्बास हफीज ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की आपत्तियां सुनने के लिए तैयार है. टिकट वितरण सर्वे के आधार पर और पूरी पारदर्शिता के साथ किया गया है. जिन्हें जनता और कार्यकर्ताओं ने पसंद किया है उन्हें टिकट दिया गया है. अगर किसी कार्यकर्ता या नेता को टिकट वितरण पर कोई आपत्ति है तो ऐसी स्थिति में पार्टी उनकी आपत्तियों को सुनने के लिए हमेशा तैयार है.
भारत निर्वाचन आयोग ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है. राज्य की 230 सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होंगे. वहीं 3 दिसंबर को परिणाम आएंगे. मतदान और मतगणना के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. चुनाव आयोग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश के कुल 5.6 करोड़ मतदाताओं में 2.88 करोड़ पुरुष और 2.72 करोड़ महिला मतदाता हैं. 22.36 लाख वोटर पहली बार मताधिकार का उपयोग करेंगे.
यह भी पढ़ें: CM योगी ने गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन करके लिया आशीर्वाद, सनातन को लेकर दिया बड़ा बयान