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'फाइनली पोप को गॉड से मिलने का...', कांग्रेस को ईसाइयों से क्यों मांगनी पड़ी माफी? समझिए पूरा मामला

कांग्रेस की केरल यूनिट ने जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पोप फ्रांसिस से मुलाकात का मजाक उड़ाया. इस पोस्ट की आलोचना हुई तो पार्टी ने पोस्ट को हटा दिया और माफी मांगी. पोस्ट में लिखा गया था, 'आखिरकार, पोप को भगवान से मिलने का मौका मिल गया!'

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Edited By: India Daily Live
pm Modi with pope
Courtesy: Social Media

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ दिन पहले जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने इटली गए थे. अपने इस दौर पर पीएम मोदी  पोप फ्रांसिस से मिले. इस मुलाकात पर अब शियासत होने लगी है. कांग्रेस पार्टी की केरल इकाई ने सोशल मीडिया पर मोदी ओर पोप की तस्वीर शेयर कर इसका मजाक बनाया. बीजेपी ने इसपर कड़ी नाराजगी जताई है. हालांकि आलोचना के बाद पोस्ट को हटा लिया गया. 

इस पोस्ट को अब हटा दिया गया है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी की पोप के साथ एक तस्वीर थी. इस पोस्ट में लिखा गया था, 'आखिरकार, पोप को भगवान से मिलने का मौका मिल गया!" पीएम मोदी ने अपने एक बयान में कहा था कि उन्हें पूरा विश्वास है कि उन्हें "भगवान ने किसी उद्देश्य से भेजा है.'

PM Modi
PM Modi Social Media

बीजेपी ने बताया ईसाई समुदाय का अपमान

बीजेपी ने इसकी कड़ी आलोचना की और इसे  प्रधानमंत्री मोदी और पोप दोनों का अपमान बताया. केरल भाजपा अध्यक्ष के. सुरेन्द्रन ने ट्वीट किया, "@INCIndia केरल 'X' हैंडल, जो कट्टरपंथी इस्लामवादियों या शहरी नक्सलियों द्वारा चलाया जा रहा है, राष्ट्रवादी नेताओं के खिलाफ अपमानजनक और अपमानजनक सामग्री पोस्ट करना जारी रखता है. अब, यह सम्मानित पोप और ईसाई समुदाय का मजाक उड़ाने तक गिर गया है.

उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेताओं जैसे पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, वायनाड के सांसद राहुल गांधी और महासचिव केसी वेणुगोपाल पर निशाना साधा और सवाल किया कि क्या वे इस तरह की बातों का समर्थन करते हैं. केरल बीजेपी महासचिव जॉर्ज कुरियन ने कहा कि यह पोस्ट आपत्तिजनक है और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है, विशेषकर केरल में, जहां ईसाई धर्म तीसरा सबसे बड़ा धर्म है.

सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए -अमित मालवीय 

बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का अन्य धर्मों को नीचा दिखाने का इतिहास रहा है और उन्होंने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी मांगने की मांग की. मालवीय ने एक्स पर लिखा, "हिंदुओं का मजाक उड़ाने और उनकी आस्था का अपमान करने के बाद, कांग्रेस में इस्लामवादी-मार्क्सवादी गठजोड़ अब ईसाइयों का अपमान करने पर उतर आया है. यह तब है, जब सबसे लंबे समय तक कांग्रेस अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी खुद कैथोलिक हैं. उन्हें आस्थावानों से माफी मांगनी चाहिए."

हमने सिर्फ व्यंग्य किया

केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष वीटी बलराम ने इस पोस्ट का बचाव करते हुए कहा कि यह व्यंग्यपूर्ण है और इसका उद्देश्य पीएम मोदी के किए गए बेतूके दावों को उजागर करना था. यह खुद मोदी हैं जिन्होंने दावा किया है कि वे सामान्य इंसान नहीं हैं, बल्कि भगवान द्वारा भेजे गए हैं. हालांकि बढ़ते विरोध के बीच, कांग्रेस की केरल इकाई ने पोस्ट को हटा दिया. बयान में कहा गया है कि इसका उद्देश्य किसी धर्म या धार्मिक हस्तियों का अपमान करना नहीं है. हालांकि, इसने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी समेत राजनीतिक हस्तियों को आलोचना से छूट नहीं है.

पोप का अपमान करने के बारे में दूर-दूर तक नहीं सोच सकते

केरल कांग्रेस ने कहा, "कोई भी कांग्रेस कार्यकर्ता पोप का अपमान करने के बारे में दूर-दूर तक नहीं सोच सकता, जिन्हें दुनिया भर के ईसाई भगवान के समान मानते हैं. हालांकि, कांग्रेस को नरेंद्र मोदी का मज़ाक उड़ाने में कोई हिचक नहीं है, जो खुद को भगवान बताकर इस देश के आस्थावानों का अपमान करते हैं." 

कांग्रेस प्रवक्ता मैथ्यू एंथनी ने कहा कि हम यह भी जानते हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर पर जानबूझकर चुप्पी साधे हुए हैं, जहां अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किया गया है, पूजा स्थलों को नष्ट किया गया है. असम और पूर्वोत्तर में अल्पसंख्यकों को उत्पीड़न का सामना करना पड़ा और प्रधानमंत्री ने एक शब्द भी नहीं कहा. हम अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति प्रधानमंत्री के खोखलेपन की निंदा करते हैं.