देहरादून में रेडियोएक्टिव का डर, फ्लैट से 'ब्लैक बॉक्स' जब्त, मौके पर बुलाए गए साइंटिस्ट

देहरादून के एक घर से पुलिस को 'रेडियोएक्टिव' ब्लैक बॉक्स मिला है. छापेमारी के दौरान पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. संदिग्धों की पहचान आगरा के सुमित पाठक, सहारनपुर के तबरेज आलम, नई दिल्ली के सरवर हुसैन, भोपाल के जैद अली और भोपाल के अभिषेक जैन के रूप में हुई.

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उत्तराखंड पुलिस ने शुक्रवार को देहरादून में संदिग्ध 'रेडियोएक्टिव' पदार्थ से भरे बक्से रखने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस के अनुसार, देहरादून के राजपुर थाने को गुरुवार को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि शहर के एक फ्लैट में कुछ संदिग्ध लोग आए हैं. मुखबिर ने पुलिस को बताया कि संदिग्ध लोग रेडियोएक्टिव डिवाइस लेकर आए हैं और वे इसे खरीदने-बेचने की बात कर रहे हैं.

पुलिस ने एक बयान में कहा कि राजपुर थाने से पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंचा. टीम को घर में पांच व्यक्ति मिले, जिनके पास से एक उपकरण मिला, जिस पर 'रेडियोग्राफी कैमरा निर्मित बोर्ड ऑफ रेडिएशन एंड आइसोटोप टेक्नोलॉजी, भारत सरकार, परमाणु ऊर्जा विभाग BARC/BRIT वाशी कॉम्प्लेक्स सेक्टर 20 वाशी नवी मुंबई ' लिखा हुआ था. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें एक ब्लैक बॉक्स मिला है  और संदिग्धों ने कहा कि इसमें रेडियोधर्मी पाउडर है और इसे खोलने पर रेडिएशन का खतरा था.

पांच लोगों को किया गया गिरफ्तार

पुलिस ने जब यह सामग्री जब्त की तो कमरे में मौजूद संदिग्धों की पहचान आगरा के सुमित पाठक, सहारनपुर के तबरेज आलम, नई दिल्ली के सरवर हुसैन, भोपाल के जैद अली और भोपाल के अभिषेक जैन के रूप में हुई. इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पूछताछ के दौरान तबरेज आलम ने बताया कि उसने 10-11 महीने पहले अपने परिचित राशिद उर्फ ​​समीर निवासी सहारनपुर से यह डिवाइस खरीदी थी. आलम ने बताया कि वह डिवाइस की खरीद-फरोख्त के बारे में सुमित पाठक से बात करने गुड़गांव आया था. 

पुलिस ने बताया, दिल्ली और फरीदाबाद के कुछ और लोगों के नाम सामने आए हैं, जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. पुलिस टीम ने उपकरण वाले कमरे को सील कर दिया और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम को बुलाया. पुलिस ने बताया कि साइंटिस्ट की एक टीम को भी बुलाया गया है. 

देहरादून पुलिस ने बताया कि जल्द ही भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र को मेल के माध्यम से उक्त डिवाइस के बारे में जानकारी दी गई. शुक्रवार को नरौरा परमाणु ऊर्जा केंद्र, नरौरा बुलंदशहर से रेडिएशन इमरजेंसी रिस्पांस टीम ने मौके पर पहुंचकर उक्त डिवाइस का परीक्षण किया. परीक्षण के बाद टीम ने बताया कि प्रथम दृष्टया उक्त डिवाइस में कोई रेडियोधर्मी पदार्थ नहीं है, बल्कि इसमें कुछ अन्य रसायन मौजूद हैं.