किसान संगठनों ने आज 10 घंटे का बंद रखा है जो कि सुबह से लेकर शाम चार बजे तक चलेगा. इस दौरान, किसान अपने मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पंजाब के मोहाली में सुबह 7 बजे के करीब किसानों ने एयरोसिटी रोड पर मुख्य सड़क और ऊपर जा रही रेलवे लाइन को जाम कर दिया. हालांकि, जाम के दौरान इमरजेंसी सेवाओं और एयरपोर्ट की ओर जा रहे यात्रियों को निकलने की अनुमति दी गई है.
किसान नेताओं ने यह भी कहा है कि वे अपना विरोध गांधीवादी तरीके से कर रहे हैं और यह सरकार पर निर्भर करेगा कि वह उनके नेता, जगजीत सिंह डल्लेवाल के 35 दिनों से चल रहे अनशन को खत्म करने के लिए बल प्रयोग करना चाहती है या नहीं. डल्लेवाल का अनशन इस वक्त किसानों के आंदोलन का एक प्रमुख मुद्दा बना हुआ है. इस बंद के चलते पंजाब में यातायात व्यवस्था चरमरा गई है.खासतौर पर रेल यातायात पर इसका गंभीर असर पड़ा है. किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण आज कुल 221 ट्रेनें या तो रद्द कर दी गई हैं या फिर उनके रूट को बदल दिया गया है.
VIDEO | Punjab: Farmers sit on protest in #Mohali amid day-long shutdown in the state.
— Press Trust of India (@PTI_News) December 30, 2024
Hundreds of farmers have been protesting at the Punjab-Haryana border demanding a legal guarantee of a minimum support price (MSP) for crops.#FarmersProtest #PunjabBandh
(Full video… pic.twitter.com/Vkpy8pEOuk
सड़क पर उतरकर विरोध
किसान संगठनों का आरोप है कि उनकी मांगों को अनसुना किया जा रहा है और उन्हें न्याय नहीं मिल रहा. इसी कारण वे सड़क पर उतरकर विरोध जता रहे हैं. पंजाब सरकार ने इस बंद के दौरान यातायात पर असर डालने की आशंका के चलते पुलिस से कड़ी निगरानी रखने को कहा है. ट्रैफिक पुलिस ने भी लोगों से वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की अपील की है.
बस सर्विस ठप
आज के बंद का राज्य में व्यापक असर देखने को मिला है. कई स्थानों पर सरकारी बसों का संचालन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है. सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक लगभग 1,000 से अधिक बसें पूरी तरह से जाम रहेंगी. इसके अलावा, पंजाब में सड़क यातायात भी प्रभावित हुआ है. सड़कों पर भारी ट्रैफिक जाम लगने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
किसान संगठनों का यह आंदोलन पंजाब के साथ-साथ पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है कि वे किसानों के मुद्दों को शीघ्र हल करें ताकि सामान्य जीवन फिर से पटरी पर लौट सके. इस बीच, इस बंद के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है.