पंजाब पुलिस ने बुधवार शाम को बड़ी कार्रवाई करते हुए किसान नेता सरवन सिंह पंधेर,जगजीत सिंह दल्लेवाल सहित एक दर्जन से अधिक किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया. दल्लेवाल एमएसपी समेत किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर पिछले साल नवंबर से भूख हड़ताल पर थे.
ये किसान खनौरी और शंभू सीमा बिंदुओं बिंदुओं की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे थे. किसान इन दोनों ही स्थानों पर 13 फरवरी 2023 से प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों को कंट्रोल करने के लिए शंभू और खनौरी दोनों स्थानों पर करीब 3000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.
200 किसान हिरासत में
पुलिस ने खनौरी सीमा पर 200 किसानों को हिरासत में लिया है, जबकि शंभू सीमा पर 300 किसान मौजूद हैं जिन्हें जल्द ही हिरासत में लिया जा सकता है. किसान और पुलिस के बीच हुई झड़पों के बाद खनौरी और आसपास के संगरूर और पटियाला जिले में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई है. पंजाब के कई इलाकों में भी इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं.
क्या बोले पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी
पंजाब के पूर्व सीएम मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, "किसानों पर साजिश के तहत हमला किया जा रहा है. सिर्फ पंजाब ही नहीं बल्कि पूरा किसान समुदाय आज बड़े हमले का सामना कर रहा है. आज (चंडीगढ़ में) एक बैठक हुई जिसमें तय हुआ कि अगले दौर की वार्ता 4 मई को होगी लेकिन उन (किसानों) पर पीछे से हमला किया गया और उन्हें धोखा दिया गया. सड़क सरकार ने रोकी है, किसानों ने नहीं. वे (किसान) दिल्ली आना चाहते हैं."
क्या बोले पयियाला एसएसपी
वहीं पुलिस की कार्रवाई पर पटियाला के एसएसपी नानक सिंह ने बताया कि किसान लंबे समय से शंभू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस ने उन्हें पहले उचित चेतावनी दी और इसके बाद इलाके को खाली करा दिया. कुछ लोगों ने घर जाने की इच्छा जताई. इसलिए उन्हें बस में बैठाकर घर भेज दिया गया.