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Faridabad Student Murder Case: पुलिस बोली- आरोपी गौ रक्षक, ये क्लियर नहीं; आरोपी की मां बोली- मेरा बेटा गोवंश की करता है रक्षा

Faridabad Student Murder Case: फरीदाबाद में 12वीं के छात्र की हत्या मामले में पुलिस अभी तक कंफ्यूज है कि आरोपी गौ रक्षक था या नहीं, जबकि आरोपी की मां ने खुद एक न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू में बताया कि उसका बेटा गो वंश की रक्षा करता है. करीब 2 सप्ताह पहले कुछ लोगों ने एक डस्टर का पीछा कर उसमें सवार छात्र की हत्या कर दी थी. आरोपियों ने कार सवार छात्र को गौ तस्कर समझ लिया था.

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Edited By: India Daily Live
faridabad student murder case
Courtesy: X Post

Faridabad Student Murder Case: हरियाणा के फरीदाबाद में 12वीं कक्षा के एक छात्र को मवेशी तस्कर समझकर पांच लोगों की ओर से मार दिए जाने की घटना को करीब दो सप्ताह हो चुके हैं. फरीदाबाद पुलिस ने कहा है कि उसके पास अब तक ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे यह साबित हो सके कि हमलावर 'गौरक्षक' थे या ऐसे किसी संगठन से जुड़े थे. वहीं, पांचों आरोपियों में से एक की मां ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि उनका बेटा गौ वंश की रक्षा करता है, वो गौ रक्षक है.

मुख्य आरोपी की मां ने एनडीटीवी से बातचीत में ये बातें कही. मुख्य आरोपी की मां ने न केवल ये स्वीकार किया है कि उसका बेटा गौरक्षक है, बल्कि उन्होंने ये भी कहा है कि उनका बेटा उस कार का पीछा कर रहा था जिसमें छात्र मारा गया. अपने बेटे को निर्दोष बताते हुए उन्होंने कहा कि उसने गोली नहीं चलाई. उन्होंने अपने बेटे के अच्छे व्यवहार को दिखाने के लिए उसके गौरक्षक के रूप में किए गए कामों के बारे में भी बताया.

मुख्य आरोपी की मां के अलावा, उसके दफ्तर के लोगों ने भी स्वीकार किया कि वो गौरक्षक के तौर पर जाना जाता है और उसके संगठन 'लिव फॉर नेशन' की ओर से यूट्यूब पर पोस्ट किए गए वीडियो भी मिले, जिसमें उसके सदस्य गौरक्षकों से जुड़ी गतिविधियों में शामिल दिख रहे हैं. कुछ वीडियो में गौरक्षकों को कारों में लोगों का पीछा करते हुए भी दिखाया गया है.

23 अगस्त की है घटना, आखिर उस दिन क्या हुआ था?

23 अगस्त को, फरीदाबाद का छात्र आर्यन मिश्रा अपने फीमेल फ्रेंड के साथ रेनॉल्ट डस्टर में यात्रा कर रहा था. इसी दौरान उसकी कार का पांच लोगों (अनिल कौशिक, वरुण, कृष्णा, आदेश और सौरभ) ने पीछा किया, जिन्होंने गलती से उन्हें गौ तस्कर समझ लिया था. 

आरोपियों ने डस्टर को रोकने की कोशिश की लेकिन आर्यन मिश्रा ने गाड़ी नहीं रोका. उसे लगा कि गुंडे उनके पीछे पड़े हैं. फिर आरोपियों ने किसी तरह डस्टर को पकड़ लिया और कार पर गोलियां चला दीं, जिससे आर्यन को गोली लगी और उसकी मौत हो गई. जब आरोपियों ने कार में दो लड़कियों को देखा तो उन्हें एहसास हुआ कि उन्होंने गलती की है और वे भाग गए.

पुलिस ने मुख्य आरोपी अनिल कौशिक को किया गिरफ्तार

मामले की जानकारी के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी अनिल कौशिक समेत सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. मंगलवार को फरीदाबाद पुलिस के असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर (क्राइम) अमन यादव ने कहा कि उनके पास अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे पता चले कि कौशिक और अन्य लोग गौरक्षक हैं या किसी ऐसे संगठन से जुड़े हैं.

उधऱ, अनिल कौशिक की मां ने कहा कि हां, मेरा बेटा उस रात उस कार का पीछा कर रहा था. उसने मुझे बताया कि उसे लगा कि कार में कोई गौ तस्कर है. उसने यह भी कहा कि पहली गोली डस्टर से चलाई गई थी. लेकिन उसने कोई गोली नहीं चलाई, मुझे नहीं पता कि उसे (आर्यन मिश्रा) किसकी गोली लगी. मेरा बेटा निर्दोष है. मेरा बेटा गायों की रक्षा करता है और समाज की सेवा करता है.