Rajkot Crime: राजकोट जिले के जसदान शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां 76 वर्षीय राम बोरिचा ने अपने इकलौते बेटे प्रताप (52) की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना का कारण राम बोरिचा की पुनर्विवाह की इच्छा थी, जिसका परिवार लगातार विरोध कर रहा था.
आपको बता दें कि रविवार को बोरिचा ने अपने घर में प्रताप को करीब से दो गोलियां दागीं. पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची, तो बोरिचा अपने बेटे के निर्जीव शरीर के पास कुर्सी पर शांति से बैठा मिला. जसदन पुलिस स्टेशन के जांच अधिकारी तपन जानी ने बताया कि मृतक की पत्नी जया ने शिकायत में कहा कि उनके ससुर अपनी पत्नी की मौत के 20 साल बाद फिर से शादी करना चाहते थे, लेकिन परिवार को यह मंजूर नहीं था.
गोलियों की आवाज सुनते ही मची चीख-पुकार
बोरिचा ने दी थी हत्या की धमकी
घटना को लेकर जया ने बताया कि उनके ससुर ने कई बार हत्या की धमकी दी थी और हथियार लहराकर डराने की कोशिश करते थे. वह अक्सर कहते थे कि ''मैं सिर्फ कुछ सेकंड में गोली चला सकता हूं.''
हत्या पर कोई पछतावा नहीं
घटना के बाद पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल बंदूक जब्त कर ली है और जांच कर रही है कि यह लाइसेंसी थी या नहीं. पूछताछ के दौरान बोरिचा ने साफ कहा कि उसे अपने बेटे की हत्या का कोई पछतावा नहीं है. पुलिस स्टेशन में रिकॉर्ड किए गए वीडियो में वह यह कहते हुए दिखाई दिया, ''उसने मुझे बहुत परेशान किया.'' पुलिस ने बताया कि राम बोरिचा पहले गुजरात स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (GSRTC) में कार्यरत थे. वहीं, मृतक बेटा प्रताप खेती करता था.