Fact Check: क्या मोरारजी देसाई सच में पीते थे अपना पेशाब?
Fact Check: मोरारजी देसाई 1977-79 तक भारत के प्रधान मंत्री थे. उनके बारे में ये कहा जाता है कि वह अपने ही पेशाब का सेवन करते थे.
Fact Check: जब बात पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई की आती है तो उनकी दो बात सबसे लोकप्रिय हैं. पहला यह कि उनका जन्म लीप दिवस (29 फरवरी, 1896) को हुआ था. 1995 में अपनी मृत्यु के समय उन्होंने 25 से भी कम जन्मदिन मनाये थे. दूसरा ये कि वो अपना पेशाब पीते थे.
साल था 1978. भारत की पहली गैर-कांग्रेसी सरकार सत्ता में थी, जिसका नेतृत्व मोरारजी देसाई ने किया था. उस समय 80 वर्ष से अधिक उम्र के, देसाई ने प्रधान मंत्री पद पर कब्जा करने के लिए एक दशक से अधिक समय तक इंतजार किया. वह 1966 में लाल बहादुर शास्त्री के उत्तराधिकारी बनने के प्रबल दावेदार थे, लेकिन इंदिरा गांधी ने उन्हें पछाड़ दिया था.
मोरारजी देसाई की ऐतिहासिक अमेरिका यात्रा
मोरारजी देसाई ने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ भारत के तत्कालीन तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने की मांग की. जनवरी 1978 में, अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर ने भारत का दौरा किया और जून में देसाई अमेरिका गए. यात्रा के दौरान मोरारजी देसाई सीबीएस की साप्ताहिक समाचार पत्रिका 60 मिनट्स के लिए पत्रकार डैन राथर के साथ एक साक्षात्कार के लिए बैठे. साक्षात्कार के दौरान देसाई ने डैन राथर को पेशाब सेवन की अपनी प्रवृत्ति के बारे में बताया.
इंटरव्यू में बताया स्वास्थ्य का राज
पत्रकार डैन राथर ने उनसे 82 साल की उम्र में अपने स्वस्थ स्वास्थ्य के पीछे के रहस्य के बारे में पूछा, जिस पर देसाई ने जवाब दिया कि उनके आहार में फलों और सब्जियों के रस, ताजा और प्राकृतिक दूध, सादा दही, शहद, ताजे फल, कच्चे मेवे, पांच लौंग शामिल हैं. उन्होंने आगे कहा कि मैं हर सुबह खाली पेट पांच से आठ औंस मूत्र पीता हूं.
मोरारजी देसाई का जवाब सुनकर राथर चौंक गए. हालांकि, देसाई चिंतित नहीं थे, और उन्होंने मूत्र पीने को प्राकृतिक उपचार बताया. उन्होंने कहा कि यदि आप जानवरों को देखेंगे, तो आप देखेंगे कि वे फिट रहने के लिए अपना मूत्र पीते हैं. मेरे देश में माताएं बच्चों को पेट दर्द होने पर अपना मूत्र पिलाती थीं. और हिंदू दर्शन में गाय के मूत्र को पवित्र माना गया है, लोगों को इसे अवश्य पीना चाहिए.
पेशाब पीने के फायदे के बारे में बात की
उन्होंने डैन राथर को स्वयं का मूत्र पीने के गुणों के बारे में बताते हुए कहा कि यदि आप अपना सारा मूत्र पी लें तो कुछ ही दिनों में शरीर शुद्ध हो जाता है. तीसरे दिन तक आपका मूत्र बिना किसी रंग, किसी गंध या किसी स्वाद के हो जाएगा और यह लगभग पानी की तरह शुद्ध हो जाएगा. आप बहुत अच्छा महसूस करेंगे क्योंकि आपके सिस्टम में काफी सुधार और सफाई हो जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि पेशाब पीने से सभी बीमारियों खत्म हो जाता है.