'7 दिन तक CM का चेहरा नहीं हुआ तय... करते है अनुशासन की बात..', गहलोत का BJP पर करारा तंज
अशोक गहलोत ने बीजेपी में मुख्यमंत्री चयन में हो रही देरी को लेकर निशाना साधा है. उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि इस पार्टी में कोई अनुशासन नहीं है.
नई दिल्ली: राजस्थान विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद बीजेपी और कांग्रेस में हलचल तेज है. बीजेपी अपने सीएम के नाम के ऐलान को लेकर जद्दोजहद में जुटी हुई है. इसी बीच राजस्थान के कार्यवाहक सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी में मुख्यमंत्री चयन में हो रही देरी को लेकर निशाना साधा है. अशोक गहलोत ने बड़ा बयान देते हुए कहा "7 दिन तक तुम मुख्यमंत्री का चेहरा तय नहीं कर पा रहे है. इस पार्टी में कोई अनुशासन नहीं है. अगर हमने भी ऐसा किया होता और लोगों को गुमराह किया होता तो मुझे नहीं पता कि BJP ने हमारे खिलाफ क्या आरोप लगाए होते. उन्होंने चुनावों का ध्रुवीकरण किया. वे तीन तलाक, धारा 370 को निरस्त करना, कन्हैया लाल की हत्या जैसे मुद्दे लाए और झूठ फैलाया कि मुसलमानों को 50 लाख और हिंदुओं को केवल 5 लाख दिए गए.उन्होंने झूठ फैलाकर चुनाव जीता. हम नई सरकार के साथ रचनात्मक सहयोग करेंगे. अगर कांग्रेस ने अब तक सीएम का चयन नहीं किया होता तो BJP इसे मुद्दा बनाती"
अशोक गहलोत का BJP पर बड़ा हमला
राजस्थान में कांग्रेस की करारी हार पर दिल्ली में मंथन
राजस्थान में कांग्रेस की करारी हार पर दिल्ली में मंथन हुआ. विधानसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा करने के लिए कांग्रेस आलाकमान मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी के साथ अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा समेत तमाम नेता मौजूद रहें. बैठक में हिस्सा लेने के बाद प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों के लिए कमियों का विश्लेषण करने और सुधार करने पर पार्टी का ध्यान केंद्रित करने को लेकर इस बैठक में चर्चा हुई.
जानें चुनावी राज्यो में BJP का कैसा रहा प्रदर्शन?
राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 115 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की है तो वहीं कांग्रेस 69 सीटों से संतोष करना पड़ा है. ऐसे में अब BJP के सामने मुख्यमंत्री चुनने की चुनौती है. विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद BJP ने 10 दिसंबर को जयपुर में विधायक दल की बैठक बुलाई गयी है. इस बैठक में राजस्थान के अगले CM के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा. बीजेपी आलाकमान की तरफ से भेजे गए केंद्रीय पर्यवेक्षक विधायक दल की बैठक में विधायकों की पंसद पूछने के साथ-साथ और आलाकमान की पंसद का नाम का प्रस्ताव भी रखेंगे. उसके बाद सर्वसम्मति से सीएम पद के नाम का ऐलान किया जाएगा.