बीकानेर फायरिंग रेंज में विस्फोट, दो सैनिकों की मौत, एक घायल

प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान अचानक विस्फोट की आवाज आई. लूणकरणसर के सीओ नरेंद्र पूनिया समेत वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे. अधिकारियों का मानना ​​है कि गोला-बारूद लोड करने के अभ्यास के दौरान हुई चूक की वजह से विस्फोट हुआ. रक्षा प्रवक्ता ने कहा, जब सैनिक गोला-बारूद लोड कर रहे थे, तभी चार्जर फट गया.

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Gyanendra Sharma

बीकानेर फायरिंग रेंज में बुधवार को प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान टैंक में गोला-बारूद लोड करते समय भारतीय सेना के दो जवान शहीद हो गए. दो जवानों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया. मृतक जवानों के शव को सूरतगढ़ के सैन्य अस्पताल भेज दिया गया है.

यह दुर्घटना तब सामने आई जब प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान अचानक विस्फोट की आवाज आई. लूणकरणसर के सीओ नरेंद्र पूनिया समेत वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे. अधिकारियों का मानना ​​है कि गोला-बारूद लोड करने के अभ्यास के दौरान हुई चूक की वजह से विस्फोट हुआ. रक्षा प्रवक्ता ने कहा, जब सैनिक गोला-बारूद लोड कर रहे थे, तभी चार्जर फट गया.

लूणकरणसर (बीकानेर) के सर्किल ऑफिसर नरेंद्र कुमार पूनिया ने बताया कि तीन जवान टैंक के साथ अभ्यास कर रहे थे. विस्फोट में आशुतोष मिश्रा और जितेंद्र की मौत हो गई. घायल जवान को हेलीकॉप्टर से चंडीगढ़ ले जाया गया है. मिश्रा उत्तर प्रदेश के देवरिया के रहने वाले थे, वहीं जितेंद्र राजस्थान के दौसा के रहने वाले थे.

हवलदार की मौत

यह घटना बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में मौत का दूसरा मामला है. 15 दिसंबर को 199वीं मीडियम रेजिमेंट के हवलदार (गनर) चंद्र प्रकाश पटेल की ट्रेनिंग अभ्यास के दौरान गन वाहन को खींचते समय मौत हो गई.  रक्षा अधिकारियों ने बताया कि 31 वर्षीय पटेल गन बैटरी में डिटेचमेंट कमांडर के रूप में काम करते हुए एक ऑपरेशनल अभ्यास के दौरान शहीद हो गए. यह घटना रात करीब 9:40 बजे हुई जब पटेल एक टोइंग वाहन में बंदूक जोड़ने की प्रक्रिया में थे. वाहन ने गन पिट के रैंप पर ट्रैक्शन खो दिया और पीछे की ओर फिसल गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. पटेल को तुरंत सेना की एंबुलेंस में नजदीकी फील्ड अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई