Jharkhand Political Crisis: बिहार में आए सियासी बवाल को अभी एक हफ्ते भी नहीं बीते हैं कि झारखंड में भी राजनीतिक अस्थिरता के बादल मंडराने लगे हैं. ईडी की जांच से करीब 30 घंटे तक गायब रहने के बाद बुधवार को जब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सामने आए तो प्रवर्तन निदेशालय (ED) सीएम हाउस पर उनसे पूछताछ करने पहुंची. कई घंटे चली पूछताछ के बाद शाम को हेमंत सोरेन के गिरफ्तार होने की खबर ने सियासी बवाल मचा दिया है.
गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन राज्यपाल के पास इस्तीफा देने पहुंचे. इस बीच खबर यह भी है कि झारखंड में विधायक दल ने चंपई सोरेन को अपना नेता चुन लिया है और उनके इस्तीफे के बाद अगले सीएम के तौर पर कार्यभार संभाल सकते हैं. हालांकि ईडी जिस मामले में हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर के ले गई है वो मामला क्या है? आइए, इस पूरे मामले को विस्तार से समझें:
ED हेमंत सोरेन पर अवैध खनन और जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जांच कर रही है. आरोप है कि 2004 से 2010 के बीच उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग कर खनन लीज में अनियमितताएं कीं और सरकारी जमीनों का अवैध तरीके से आवंटन करवाया.
29 जनवरी, 2024 को ED अधिकारियों ने दिल्ली में हेमंत सोरेन के आवास पर छापा मारा और पूछताछ करने की कोशिश की, लेकिन बताया गया कि वह "अनुपलब्ध" थे. इसके बाद हेमंत सोरेन रांची लौट आए और 30 जनवरी को ED ने उनके रांची आवास पर ही उनसे पूछताछ शुरू की. पूछताछ के बाद ईडी उन्हें गिरफ्तार कर के ले जा रही है.
हेमंत सोरेन इन आरोपों को झूठा बताते हुए खुद को राजनीतिक साजिश का शिकार बता रहे हैं. उन्होंने ED के खिलाफ अनुसूचित जाति और जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला भी दर्ज करवाया है.
हेमंत सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) पार्टी के नेता हैं और राज्य में JMM गठबंधन की सरकार चलाते हैं. उनकी संभावित गिरफ्तारी से राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल की आशंका जताई जा रही है. JMM पार्टी ने हेमंत सोरेन का समर्थन करने का एलान किया है.
जहां एक ओर ईडी हेमंत सोरेन से पूछताछ कर रही थी तो वहीं पार्टी के अन्य विधायक कल्पना सोरेन और चंपई सोरेन में से अगले विधायक दल के नेता का चयन कर रहे थे. जैसे ही एक तरफ से हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की खबर आई तो वहीं दूसरी ओर चंपई सोरेन के विधायक दल का नेता चुने जाने की खबर भी आ गई. इसके बाद चंपई सोरेन को झारखंड का अगला सीएम बनना तय नजर आ रहा है. आने वाले दिनों में ED की कार्रवाई और हेमंत सोरेन का जवाबी कदम इस मामले के भविष्य का निर्धारण करेंगे.