'बड़े पैमाने पर धांधली की आशंका', महाराष्ट्र में अडाणी को मिले ठेके पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
बता दें कि अडाणी पावर ने महाराष्ट्र को 4.08 प्रति यूनिट की दर से अक्षय और थर्मल बिजली के मिश्रण की सप्लाई करने की बोली जीती है. यह बोली महाराष्ट्र में बिजली की मौजूदा खरीद लागत से एक रुपया कम है.
Maharashtra News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने अडाणी समूह को एक बिजली का ठेका देने को लेकर रविवार को महाराष्ट्र सरकार पर जोरदार निशाना साधा और सरकार के इस फैसले को 'मोदाणी इंटरप्राइज' कहते हुए गौतम अडाणी की पीएम मोदी से नजदीकियों पर जोरदार तंज कसा.
अडाणी की झोली में डाल दी एक और डील
जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि इस साल के अंत में महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनावों में मिलने वाली हार से पहले महायुति सरकार ने अडाणी की झोली में एक और डील डाल दी है. उन्होंने कहा कि इस धांधली वाली डील का चौंकाने वाला विवरण जल्द ही सबके सामने आना शुरू हो जाएगा.
डील के चौंकाने वाले खुलासे जल्द होंगे
कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा, 'महाराष्ट्र में जब महायुती सरकार भारी पराजय की ओर बढ़ रही है तब भी उसने अपनी सत्ता के अपने आखिरी दिनों में यही करने का फैसला किया है. निस्संदेह यह मोदाणी का एक और इंटरप्राइज है. इस धांधली वाली डील के चौंकाने वाले खुलासे जल्द ही लोगों के सामने आएंगे.'
बता दें कि अडाणी पावर ने महाराष्ट्र को 4.08 प्रति यूनिट की दर से अक्षय और थर्मल बिजली के मिश्रण की सप्लाई करने की बोली जीती है. यह बोली महाराष्ट्र में बिजली की मौजूदा खरीद लागत से एक रुपया कम है. रिपोर्ट के मुताबिक इस बोली में JSW एनर्जी और टोरेंट पावर जैसे प्रतिद्वंद्वी ने भी हिस्सा लिया था. यह पूरी परियोजना 6,600 मेगावाट बिजली सप्लाई की है.
इस डील में 5000 मेगावाट सोलर एनर्जी और 1496 मेगावाट थर्मल एनर्जी की आपूर्ति भी शामिल है जो 4 साल के भीतर शुरू होने की उम्मीद है. जयराम रमेश ने कहा कि चुनाव से ठीक पहले हुई इस डील में बड़े पैमाने पर धांधली की आशंका है जिसका खुलासा जल्द ही सबके सामने किया जाएगा.