राज्यसभा से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की विदाई हो गई है. 2 और 3 अप्रैल के बीच राज्यसभा के कुल 54 सांसद रिटायर हो रहे हैं. उन्हें दोबारा मौका मिलेगा या नहीं, इसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अभी कुछ नहीं कहा है.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 33 वर्षों का कार्यकाल, समापन की ओर है. पहली बार कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी राज्यसभा जाएंगी. वह रायबरेली से पहली बार ऐसा हो रहा है, जब लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रही हैं.
कैसा रहा है मनमोहन सिंह का कार्यकाल?
मनमोहन सिंह, अपने क्रांतिकारी फैसलों की वजह से जाने जाते हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था को नई गति देने के लिए भी उन्हें श्रेय दिया जाता है. वह पहली बार अक्टूबर 1991 में सांसद बने थे. वे नरसिम्हा राव की सरकार में साल 1991 से 1996 के दौरान वित्त मंत्री रहे हैं.
मनमोहन सिंह की गिनती देश के सबसे सफल प्रधानमंत्रियों में होती है. साल 2004 से लेकर 2014 तक वे लगातार 10 साल प्रधानमंत्री रहे हैं. सोनिया गांधी पहली बार राजस्थान से सांसद बनकर राज्यसभा पहुंचेंगी. मनमोहन सिंह के कार्यकाल खत्म होने के बाद वे अब राज्यसभा में नजर नहीं आएंगे.
7 केंद्रीय मंत्रियों की भी हो रही है विदाई
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, पशु मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, IT मंत्री राजीव चंद्रशेखर, वी मुरलीधरन, नारायण राणे, और एल मुरुगन जैसे मंत्रियों का भी कार्यकाल 2 अप्रैल को खत्म हो गया. आज (3 अप्रैल) को पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का भी कार्यकाल खत्म हो रहा है.