NEET paper leak Row: देश भर में NEET-UGC-2024 के एग्जाम को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. बिहार पुलिस और ईओयू की जांच में इस परीक्षा के एक रात पहले पेपर लीक कराने की बात सामने आने के बावजूद केंद्र सरकार और एनटीए परीक्षा को रद्द नहीं करने के फैसले पर अड़ी नजर आ रही है.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के खुलासे के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ किया कि ये जो घटना सामने आ रही है वो एक छोटे से एरिया तक ही सीमित है, ऐसे में बाकी छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता.
हालांकि छात्र लगातार काउंसलिंग रोकने और फिर से एग्जाम कराने की मांग पर अड़े हुए हैं. NEET UG पेपर लीक को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं. बिहार की आर्थिक अपराध शाखा (EOU) की डायरी की कुछ अहम बातें अब सामने आई हैं.
EOU के मुताबिक 5 मई को 2024 को यह परीक्षा हुई थी, उससे रात में 2 बजकर 5 मिनट पर ये सूचना मिली कि एक संगठित गिरोह नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के लिए काम कर रहा है. पेपर लीक हो चुका है.
EOU ने दावा किया है कि इसी संगठित गिरोह ने पेपर लीक कराया है. कई केंद्रों के कर्मचारी भी पेर लीक में शामिल हैं. एक छात्र ने कबूला है कि संगठित गिरोह ने एक ही केंद्र के छात्रों का पेपर लीक करा दिया है, उन्हें रात भर पेपर रटवाया गया है.
EOU का कहना है कि तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम कुमार ने जेल में बंद यूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादुवेंद के कहने पर गेस्ट हाउस में कमरा बुक कराया था. प्रीतम कुमार की भूमिका संदेह के घेरे में है. EOU के मुताबिक गिरफ्तार छात्र ने कहा है कि 20 से 25 विद्यार्थियों को भी यही पेपर मिले थे. इसका दायरा बड़ा हो सकता है. पेपर सिर्फ ऑनलाइन ही नहीं लीक हुआ था, ऑफलाइन मोड में भी पेपर लीक हुआ था.
इतना ही नहीं डायरी में एक एंट्री भी नजर आई है जो NEET पेपर लीक के आरोपी सिकंदर के तार राजनीतिक गलियारों से जोड़ रही है. डायरी में उस गेस्ट हाउस और उसमें बुक किए गए कमरे का जिक्र है, साथ ही गेस्ट हाउस के रजिस्टर की तस्वीरें भी सामने आई हैं. NHIB गेस्ट हाउस रेजिस्टर की तस्वीर में अनुराग यादव के नाम से कमरा बुक करने की बात है साथ ही उसमें 'मंत्री जी'-440 लिखा है. ये एंट्री NEET एग्जाम (5 मई 2024) से एक दिन पहले 4 मई 2024 की है.
वहीं छात्र के कबूलनामे के बाद ये बात भी सामने आई है कि करीब 20 से 25 विद्यार्थियों को लीक हुए पेपर्स की कॉपी मिली थी और इसे लीक कराने का आरोप पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के निजी सचिव पर लगाया जा रहा है. तेजस्वी यादव के पीएस पर आरोप है कि उसने न सिर्फ NHUI का गेस्ट हाउस मुहैया कराया बल्कि पेपर को ऑनलाइन भी लीक किया.
पुलिस को मौके से नीट एग्जाम के जले हुए पेपर के अवशेष मिले थे जिसे उसने एनटी के दिल्ली हेड ऑफिस में मिलान करने के लिए भेजा है. फिलहाल 21 जून तक एनटीए की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है. ईओयू की डायरी में इस बात का भी जिक्र है कि अमित आनंद और नीतीश कुमार के फोन पर भी पेपर मौजूद था जिसे उन्होंने महाराष्ट्र के एक छात्र को भी रटाया था, ऐसे में यह कहना कि वो ऑनलाइन लीक नहीं हुआ था गलत होगा.